चंदन के औषधीय गुणों के साथ, मनाइए रक्षाबंधन!

Chandhan

अगर आप इंडियन फैमिली से बिलॉन्ग करते हैं तो आपने चंदन के फायदे के बारे में बचपन से सुना और देखा होगा। पूजा या विधी के वक्त, सभी त्योहारों और अवसरों में, चंदन का उपयोग निश्चित रूप से किया जाता है। पर क्यों ?

चंदन विष व्यापत नहीं लिपटे रहत भुजंग

अर्थात चंदन के पेड़ में शीतलता के कारण विषधारी सर्प लिपटे रहते है किन्तु चन्दन के वृक्ष पर सर्पो के विष का प्रभाव नहीं पड़ता है। यह चन्दन की विशेषता है।

हमारी भारतीय संस्कृति और आयुर्वेद में चंदन के औषधीय गुण, के बारे में कई उपयोग बताए गए है, उसी को मैं इस ब्लॉग के द्वारा आप तक पहुंचा रही हूं।

चंदन क्या है?

चंदन एक सदाबहार पेड़ है जो भारत और इंडोनेशिया में पाया जाता है।

भारतीय चंदन का पेड़, दक्षिणी भारत में पाया जाता है। अपने सुखदायक-सुखद खुशबू के लिए दुनिया भर में बेशकीमती है।
चंदन तेल की भारी मांग के कारण, चंदन दुनिया की दूसरी सबसे महंगी लकड़ी है।

सामान्य नामसैंडलवुड (sandalwood)
वैज्ञानिक नामसंतालम एल्बम
ऊंचाई8 से 12 मीटर 
परिधि2.5 मीटर 
छालचिकनी और भूरे  रंग की।
फूलछोटे फूल जिनमे कई छोटे डंठल होते हैं।
प्रकार कई प्रकार के होते है। इनमें से सफेद चंदन, भारतीय चंदन, लाल चंदन, ऑस्ट्रेलियाई चंदन, हवाई चंदन, फिजी चंदन प्रसिद्ध हैं।
क्या आपको पता है! 
कर्नाटक, देश में भारतीय चंदन का सबसे बड़ा उत्पादक है।

औषधीय गुणों वाली चंदन

चंदन न केवल अपने इत्र के लिए, बल्कि मन-आत्मा पर इसके उत्थान और इसके औषधीय गुणों के लिए भी मूल्यवान है। यह प्राकृतिक और स्वाभाविक रूप से सूजन-विरोधी, एंटीसेप्टिक और रोगाणुरोधी (antimicrobial) है।

चंदन का उपयोग आमतौर पर “चंदन के तेल” के रूप में किया जाता है, लेकिन लकड़ी को पाउडर बनाकर पेस्ट भी बनाया जा सकता है। चंदन का तेल नियमित तौर पर लगाने से हमे इन समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है-

  • झुर्रियों
  • सूजन और जलन
  • खुजली
  • सोरायसिस
  • जख्म भरना
  • मुंहासा
  • यहां तक ​​कि त्वचा की रंगत या त्वचा का गोरा होना
आप हमारा पुराना ब्लॉग पढ़ सकते हैं, 1, 2

आखिर क्यों करें चंदन का उपयोग

इनक्रेडिबल बेनिफिट्स ऐसे चंदन को जाना जा सकता हैं क्योंकि हजारों सालों से इसका उपयोग हमारे जीवन के कई प्रॉब्लम्स से मुक्त होने में किया गया है।

स्पिरिचुअल हीलिंग

चंदन का लेप शरीर पर लगाने से हमे ठंडक मिलती हैं, योगा या मेडिटेशन करते समय चंदन का होने से पॉजिटिव वातावरण बनता है।

मनमोहक सुगंध

इसका मनमोहक सुगंध हमारे मन को शांत करके एंक्साइटी (Anxiety) और डिप्रेशन (Depression) जैसे मेंटल हेल्थ की बीमारियों से दूर रखता है।

ब्यूटी और वेलनेस

कॉस्मेटिक्स इंडस्ट्री में चंदन बोहोत महत्वपूर्ण इंग्रीडिएंट है जो लगभग सारे क्रीम्स में पाया जाता हैं। चंदन के एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज पिंपल्स और झुरिया कम करता है। इससे चेहरे पर तेज आता है।

सूजन-विरोधी (Anti-Inflammatory)

इसके साथ ही चंदन त्वचा पर लंबे समय तक रहकर वो जलन सूजन और जख्म पर भी उपायकारी हैं। 

आज, प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथ (Ayurveda) और ट्रेडिशनल चाइनीज मेडिसिन (Traditional Chinese Medicine) में चंदन के औषधीय गुण और हीलिंग प्रॉपर्टीज के बारे मे बताया गया है।

रक्षाबंधन

रक्षा का अर्थ “सुरक्षा” और बंधन का अर्थ “रिश्ता” है।

ट्रेडिशनली देखा जाए, रक्षाबंधन भाई और बहन के बीच प्यार, देखभाल और सुरक्षा का उत्सव है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, रक्षाबंधन सावन महीने (बरसात के मौसम) के आखिरी दिन श्रावण महीने में पड़ता है।

अब जब हम चंदन के फायदे जानते हैं, तो आइये हम सब सुनिश्चित करें कि इस रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर चंदन की राखी का उपयोग, माथे पे चंदन का तिलक करे। यह आपके भाई के हाथ को अपनी सुगन्ध से भर देगा और भाई-बहन को सुखद अनुभव देगा।
(आप यहाँ दिए कुछ प्लेटफार्म से राखी ख़रीद और भेज सकते है- 1, 2, 3)

रक्षाबंधन की शुभकामनाओं के साथ, जय हिन्द!
-अदिति म्हात्रे

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