आज भारत में हार्ट अटैक एक आम समस्या हो गई है। हम महंगी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदते हैं, ताकि ऐसी समस्याओं का सामना करने पर हम उनका उपयोग कर सकें। है ना ?
हार्ट-अटैक की मुख्य वजह डॉक्टर हमसे क्यों छुपाते हैं?
हार्ट अटैक आने के कई कारण हैं। एक प्रमुख कारक हमारी खाने की आदत है।
- हमारा खाने का कोई निश्चित समय नहीं,
- कई तरह के फूड कॉम्बिनेशन खाना,
- खट्टा खाने पर दूध पीना,
- भूख न लगने पर भी खाना।
यह सब एसिडिटी का कारण बनते है।
ऐसे में डॉक्टर आपको एसिडिटी की दवा खिलाकर मुख्य कारण ना बता कर, काम की चीज़ नजरअंदाज करवाते रहते हैं। भला डॉक्टर ऐसा क्यों करेंगे ?
क्योंकि उन्हें पता है कि आप जल्द ही दिल की समस्याओं के मरीज बनोगे, और आप दिल के इलाज के लिए अस्पताल में लाखों रुपये खर्च कर देंगे।
एसिडिटी की छोटी सी समस्या हार्ट अटैक की ओर ले जाती है और आप अंततः डॉक्टर के प्रीमियम ग्राहक बन जाते हैं। और यही कारण है की आपका डॉक्टर सच छुपा रहा है।
हार्ट अटैक का सबसे अच्छा इलाज क्या है?
आपको अपनी एसिडिटी को ठीक करना होगा, कोई भी दवा खाने से नहीं बल्कि ऐसा खाना खाने से जो क्षारीय (alkaline) प्रकृति का हो।
अष्टांग हृदयम में यह स्पष्ट रूप से लिखा है
“रक्त की अम्लता (एसिडिटी) बढ़ी हुई है तो क्षारीय (alkaline) चीजें खाओ। तो रक्त की अम्लता (एसिडिटी) neutral हो जाएगी !!!
और रक्त में अम्लता neutral हो गई !
तो heart attack की जिंदगी मे कभी संभावना ही नहीं !!
हमारी रसोई में सबसे अच्छा और किचन में आसानी से उपलब्ध भोजन, जो सबसे ज्यादा अल्कलाइन है – वह लौकी है।
अष्टांग हृदयम में वागवट जी कहते हैं रक्त की अम्लता कम करने की सबसे ज्यादा ताकत लौकी में ही है !
तो आप लौकी के रस का सेवन करें !!
लॉकी जूस के अन्य फायदे
दरअसल, लौकी में कई तरह के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
अगर आपको लौकी से परहेज है? तो यह लेख आपके लिए ही है। इस लेख को पढ़ने के बाद आपको लॉकी से प्यार हो जाएगा। इसमें लौकी का जूस बनाने की विधि और लौकी का जूस के फायदे के बारे में मुख्य रूप से बताया गया है।
चलिए, जानते है कि लौकी या लौकी का जूस सेहत के लिए कैसे अच्छा है।
1. लौकी या लौकी का जूस आपके सेहत के लिए क्यों अच्छा है?
लौकी का सेवन शरीर को तरोताजा बनाए रखने का काम कर सकता है।
लौकी में पाया जाने वाला फाइबर कब्ज और बवासीर की समस्या को दूर करने के लिए मददगार साबित हो सकता है
लौकी शरीर के दर्द और सूजन से राहत दिलाने का काम कर सकती है।
कुछ शोध से यह भी पता चला हैं कि लौकी का रस अनिद्रा और मिर्गी के इलाज में फायदेमंद होता है।
लौकी का सेवन कर वजन को कम किया जा सकता है। लौकी को फाइबर का अच्छा स्रोत माना गया है। साथ ही इसमें वसा की मात्रा न के बराबर होती है, जो खाने को पचाने के साथ-साथ शरीर में ऊर्जा को बनाए रखने का काम करते हैं। इससे भूख कम लगती है, जिस कारण आपका वजन कम हो सकता है। इसके सेवन के साथ नियमित व्यायाम भी जारी रखे।
2. पाचन क्रिया के लिए
लौकी का जूस के फायदे में आपके पाचन तंत्र को ठीक करना भी शामिल है। एक शोध में पाया गया है कि फाइबर भोजन को पचाने में सहायक होता है। लौकी में फाइबर की मात्रा पाई जाती है, जो आपके पाचन तंत्र को फायदा पहुंचाने का काम कर सकता है।
लौकी में कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम पाई जाती है, साथ ही पानी की मात्रा ज्यादा होती है और यह आसानी से डाइजेस्ट हो सकती है। इसलिए बीमारी की अवस्था में या पाचन संबंधी परेशानी होने पर लौकी का ही सेवन किया जाता है। लौकी के अलावा लौकी के जूस का सेवन भी किया जा सकता है। लौकी का जूस शरीर को ठंडक प्रदान कर सकता है और इसके अल्कलाइन कंटेंट से एसिडिटी की परेशानी कम हो सकती है।
3. मधुमेह के लिए
लौकी को मधुमेह के इलाज के लिए घरेलू उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है। लौकी में एंटी डायबिटीज गुण पाए जाते है, जो रक्त में ग्लूकोज को कम करने का काम करता है। साथ ही लौकी इंसुलिन सीरम को बढ़ाने में भी मदद करती है। इससे मधुमेह को दूर रखने में सहायता मिलती है ।
4. यूरिन ट्रैक्ट इन्फेक्शन के लिए
एक शोध में देखा गया कि लौकी के उपयोग से यूरिनरी डिसऑर्डर से जुड़ी समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। यूरिनरी डिसऑर्डर में से एक यूरिन ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) भी है।
लौकी में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी ,आयरन और मिनरल अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही लौकी के बीज में एंटीबायोटिक गुण भी पाए गए हैं, जो यूरिन ट्रैक्ट इन्फेक्शन के समस्या से निजात दिलाने में सहायक हो सकते हैं।
5. कोलेस्ट्रॉल के लिए
लौकी खाने के फायदे की बात करें, तो इसमें कोलेस्ट्रॉल को कम करने के गुण भी शामिल हैं।
एक अध्ययन में पाया गया है कि लौकी में फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। लौकी के जूस का प्रतिदिन सेवन रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स (एक तरह का वसा या लिपिड) और कुल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मददगार साबित होता है ।
6. रक्तचाप के लिए लौकी के फायदे
लौकी के रस का सेवन रक्तचाप की समस्या को दूर करने में मददगार साबित हो सकता है। लौकी के रस में पोटैशियम की मात्रा पाई जाती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने का काम करता है।
7. कैंसर के लिए
लौकी के फायदे आपको कैंसर की समस्या से दूर रखने में भी सहायक साबित हो सकते हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन में पाया गया है कि लौकी में कीमोप्रीवेंटिव (कैंसर को दूर रखने वाला कारक) प्रभाव होता है, जो कैंसर को दूर रखने का काम करता है। लौकी के रस का उपयोग त्वचा के कैंसर को भी दूर रखने का काम कर सकता है ।
8. त्वचा का रंग निखारने के लिए
लौकी का उपयोग त्वचा संबंधित समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जा सकता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल प्रभाव पाए जाते हैं, जो खराब बैक्टीरिया को आपसे दूर रखने का काम करते हैं। साथ ही लौकी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव त्वचा को क्षति पहुंचने से रोकने के साथ-साथ चमकदार बनाने का भी काम कर सकते हैं ।
9. बालों के लिए लौकी के फायदे
लौकी के गुण के कारण यह आपके बालों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है । लौकी के रस को तिल के तेल के साथ मिलकर उपयोग करने से गंजेपन की समस्या को दूर करने मदद मिल सकती है । फिलहाल, इस संबंध में अभी और शोध की आवश्यकता है।
आइए, अब लौकी में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जान लेते हैं।
लौकी का पौष्टिक तत्व – Bottle Gourd Nutritional Value in Hindi
यहां हम टेबल के जरिए समझा रहे हैं कि लौकी में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं :
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 116 GM |
ऊर्जा | 16 kcal |
कुल कार्ब्स | 4 gm |
फैट | 0.1 gm |
कोलेस्ट्रॉल | 0 gm |
विटामिन ए | 2 ।U |
विटामिन बी 1 | 0.02 mg |
विटामिन बी 2 | 0.03 mg |
विटामिन बी 3 | 0.35 mg |
विटामिन सी | 12 mg |
सोडियम | 1 mg |
पोटैशियम | 101 mg |
कैल्शियम | 30 mg |
आयरन | 0.23 mg |
फास्फोरस | 15 mg |
घर में लौकी का जूस बनाने का तरीका– कब और कैसे पिए!
कितना सेवन करें ?
प्रतिदिन 200 से 300 मिलीग्राम पियो।
कब पिये ??
सुबह खाली पेट (toilet जाने के बाद ) पीया जाना चाइये।
सामग्री :
- 2 मध्य आकर की लौकी
- 7 से 10 पुदीने की पत्तियां (वैकल्पिक)
- 7 से 10 तुलसी पत्ते (वैकल्पिक)
- काला नमक या सेंधा नमक जरूर डाले !
लेकिन याद रखें:
नमक काला या सेंधा ही डाले, वो दूसरा आयोडीन युक्त नमक कभी न डाले। ये आओडीन युक्त नमक ऐसिडिक होता है।
बनाने की विधि :
- लौकी को अच्छे से धोकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
- फिर सभी कटी हुई सामग्रियों को पुदीने व नमक के साथ मिक्सर में डालकर जूस बना लें।
- आपका जूस पूरी तरह से तैयार है।
नोट : ध्यान रहे हमेशा ताजा लौकी का जूस ही पीएं। जूस के लिए ताजा लौकी ही खरीदें। यदि लौकी में थोड़ी भी कड़वाहट हो तो उसे इस्तेमाल ना करें। बेहतर है लौकी को पहले हल्का टेस्ट कर लें।
चलिए आगे जानते है कि लौकी का उपयोग किस तरह से किया जा सकता है।
लौकी का उपयोग – How to Use Bottle Gourd in Hindi
लौकी लेने के बात आप सोच रहे होंगे कि इसका उपयोग कैसे करें, तो इस मामले में हम आपकी कुछ मदद कर देते हैं।
- लौकी की सब्जी बनाकर खाई जा सकती है।
- लौकी का जूस निकाल कर पिया जा सकता है।
- लौकी का हलवा बनाकर खाया जा सकता है।
कब उपयोग करें :
- लौकी का जूस सुबह के समय पीना चाहिए।
- आप दोपहर या रात में इसी सब्जी बनाकर खा सकते हैं।
कितना उपयोग करें :
- प्रतिदिन 1 गिलास जूस लें।
- दिनभर में एक कप लौकी की सब्जी खाई जा सकी है।
क्या लौकी से नुकसान हो सकता है, चलिए आगे जानते हैं।
लौकी के नुकसान – Side Effects of Bottle Gourd in Hindi
लौकी के फायदे अनेक हैं, वैसे ही इससे कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं :
- लौकी का रस अगर कड़वा है, तो उसे न पिएं, क्योंकि इससे आपके शरीर को नुकसान पहुंच सकता है।
- माना जाता है कि गर्भावस्था के दौरान लौकी का कड़वा जूस भ्रूण और गर्भवती के लिए हानिकारक हो सकता है।
अतं में
यह तो मानना ही पड़ेगा कि एक लौकी में कई बीमारियों का इलाज छुपा हुआ है।
फिर चाहे आप इसका जूस पिएं या फिर सब्जी बनाकर अपनी डाइट में शामिल करें, यह हर लिहाज से आपके लिए फायदेमंद है।
हां, लौकी का सेवन करते समय इस लेख में बताई गई सावधानियों का पालन जरूर करें। साथ ही इस लेख को अन्य लोगों के साथ शेयर कर सभी को लाभकारी लौकी के गुणों से अवगत कराएं।🙏
जय हिन्द!
-हर्ष चतुर्वेदी
Good article to read….👍