स्वस्थ आंखें हमारे शरीर का अहम हिस्सा होते हैं।
आंखों की रोशनी से ही हम हर चीज को देख पाते हैं, लेकिन समय के साथ-साथ, और आजकल तो समय से पहले भी, आंखें कमजोर होने लगती हैं।
थकी, लाल और कमजोर आंखों की खूबसूरती और सेहत बनाए! Best Eye Tips👁
छोटे-छोटे बच्चे भी चश्मा लगा रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपायों को अपनाएं।
आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय कारगर होते हैं।
जानें कौन-से आयुर्वेदिक उपाय आंखों की रोशनी को बढ़ाते हैं, और इन्हें लेते वक़्त किन बातों का ध्यान दे।
7 Ayurvedic Remedies For Healthy Eyes:
1. आंवले का जूस (Amla Juice)
आंवले में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होता है, यह एक शक्तिशाली एंटी ऑक्सीडेंट (Anti oxidants) होता है। अगर आप आंखों की रोशनी बढ़ाना चाहते हैं, आंवले का सेवन लाभकारी होता है।
इससे आंखें तेज होती है, रेटीना सही तरीके से काम करता है।
कब और कितना पीना चाहिए
- सुबह खाली पेट इसका सेवन करना चाहिए। जिससे कि शरीर में जमा गंदगी को बाहर निकाल सके।
- 10-20 मिलीग्राम ही सेवन करे।
बच्चो को कैसे दें?
- बच्चो को थोड़ी मात्रा में दें। (लगभग 1/4th कप)
- आप इसमें शहद या गुड़ डाल सकते हैं। ताकि आपके बच्चे को पिने में दिकक्त न हो।
- आप धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाएं।
- अगर आपके बच्चे को citrus से एलर्जी है तो इस जूस से बचें।
ध्यान रहे
आंवले का जूस हमेशा ताजा ही पिलाये।
रात में इसका सेवन करने से बचे।
20 मिलीग्राम से ज्यादा इसका सेवन ना करे।
सर्दी-जुकाम होने पर न पिएं:
आंवला शरीर को ठंडक प्रदान करता है और शरीर के तापमान को कम कम करता है। अगर कोई व्यक्ति की सर्दी-खांसी की समस्या में इसका सेवन करता है, तो इससे उनकी समस्या अधिक बढ़ सकती और कफ पैदा हो सकता है।
एसिडिटी में न पिएं:
जो लोग पहले से पेट में गैस या एसिडिटी की समस्या से जूझ रहे हैं, इससे समस्या गंभीर हो सकती है जिससे हार्ट बर्न जैसी समस्याएं भी हो सकती है।
लो ब्लड प्रेशर रोगी न पिएं:
आंवला जूस हाई ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है, लेकिन अगर कोई व्यक्ति पहले से लो ब्लड शुगर की समस्या से पीड़ित है, तो इससे उनकी ब्लड शुगर लेवल अधिक कम हो सकता है।
2. गिंको बिइलोबा (Ginkgo Biloba)
गिंको बाईलोबा के बीज और पत्तियों से बना अर्क एक आयुर्वेदिक सप्लीमेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
जिन्कगो बिलोबा की पैदावार लगभग 250 मिलियन वर्ष पहले हुई थी। एशियाई संस्कृतियों में, विशेष रूप से चीन और जापान में, इन पेड़ों की व्यापक रूप से खेती की जाती है और बीजों का उपयोग भोजन और औषधीय दोनों उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए गिंको बिइलोबा एक बेहद असरदार आयुर्वेदिक उपाय है (1)। यह ग्लूकोमा (जो आँखों में अंधापन लाने में सक्षम है) से सुरक्षा देता है, साथ ही मस्कुलर डिजनरेशन, कैंसर, अल्जाइमर से बचाता है, और शरीर में रक्त संचार बढ़ाता है।
कब और कितना पीना चाहिए
इसे प्रतिदिन 40 से लेकर 200 मिलीग्राम तक प्रतिदिन लिया जा सकता है।
बच्चो को कैसे दें?
- इसे 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को ना दें।
कृपया बच्चों को देने से पहले अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लें। - थोड़े समय के लिए जिन्कगो की पत्ती ले सकते है, परन्तु बच्चों को जिन्कगो बीज खाने न दें।
ध्यान रहे
- गिंको बाईलोबा में मौजूद गिंकग्लिक एसिड के कारण कुछ लोगों को इससे एलर्जी की समस्या हो सकती है।
- इसका प्रयोग गर्भवती महिलाओं, पीरियड्स चल रही महिलाओं और कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसे ब्लीडिंग डिसऑर्डर है वो न ले।
- ये एक शक्तिशाली हर्बल सप्लीमेंट है इसलिए इसके उपयोग से पहले हमेशा सावधानी बरतें। हो सके तो डॉक्टर से जरुर सलाह लें।
3. गाय का दूध और घी
अगर आपकी आंखें कमजोर हैं, तो आप गाय के दूध और घी को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। आंखों की रोशनी को तेज करने के लिए गाय का दूध और घी एक काफी अच्छा आयुर्वेदिक उपाय है। गाय के घी को खाने में मिलाकर खाना स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है।
कब और कितना
- एक चम्मच गाय के शुद्ध घी में एक चम्मच बूरा और 1/4 चम्मच पिसी काली मिर्च इन तीनों को मिलाकर सुबह खाली पेट और रात को सोते समय चाट कर ऊपर से गर्म मीठा दूध पीने से आंखों की ज्योति बढ़ती है।
- सोने से पहले देशी गाय के घी की 1 या 2 बूंद नाक में डालें।
यह आंखों की सेहत में मदद करता है। वास्तव में यह लगभग 25 से भी ज्यादा बीमारियों का इलाज करने के लिए जाना जाता है जो आपकी गर्दन के ऊपर होती हैं, जैसे माइग्रेन, गंभीर सिरदर्द, सर्दी, साइनस, दांत दर्द आदि।
बच्चो को कैसे दें?
आप अपने बच्चे के खाने में घी डाल सकते हैं। सोने से पहले गाय के दूध में 1 चम्मच गाय का घी डालकर, बच्चो को जरूर पिलाये।
सोने से पहले देशी गाय के घी की 1 बूंद नाक में डालें।
4. सौंफ
आयुर्वेदा में सौंफ को “नेत्र ज्योति” कहा जाता है। सौंफ में एंटीऑक्सिडेंट और पोषक तत्व होते हैं जो मोतियाबिंद को धीमा करने और स्वस्थ आंखों को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
कहा जाता है कि सौंफ, सूजन वाली और पानी-भरी आंखों के लिए विशेष रूप से सहायक होती है।
सौंप को भी आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स आंखों की रोशनी को बढ़ाते हैं। आंखों की रोशनी को कम होने से रोकता है।
कब और कितना
सौंफ, बादाम, मिश्री वाला दूध से पहले पिये।
यह आंखों को स्वस्थ रखने की पुरानी प्राचीन तकनीक है।
दावा किया जाता है की इसे आपकी नज़र कमजोर होना बंद होजाती है।
- आप 100-100 ग्राम सौंफ, बादाम और मिश्री को मिक्सर में पीस ले।
- और एक एयरटाइट डिब्बे में बंद कर रख लीजिये।
- सोते वक़्त दूध (250 मिलीलीटर) में एक या दो चम्मच (10 ग्राम) यह पाउडर मिलाकर रोजाना पिए।
बच्चो को कैसे दें?
सोते वक़्त दूध में आधा या एक चम्मच (5 ग्राम) यह पाउडर मिलाकर रोजाना पिए।
ध्यान रहे
छींक (या) ठंड लगी हो
अगर आपको छींक आने की परेशानी है (या) ठंड लगी हो तो -सौंफ का सेवन नहीं करना चाहिए।
क्योकि सौंफ की तासीर ठंडी होती है ऐसे में अगर आप सौंफ खाते हैं तो आपकी छींकें बढ़ सकती हैं और पेट दर्द की समस्या भी हो सकती है.
स्तनपान कराने वाली माताओं
स्तनपान कराने वाली माता में सौंफ खाने से दूध बढ़ सकता है, लेकिन इससे शिशु की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है.
5. त्रिफला
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए त्रिफला धृत बेहद फायदेमंद होता है। इसके नियमित सेवन से अपने आंखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए त्रिफला धृत को दूध में डालकर पिएं। इससे आपकी आंखों की रोशनी हमेशा सही रहती है और आंखें एकदम स्वस्थ रहती हैं।
त्रिफला – आंवला, हरड़ और बहेड़ा को मिलाकर तैयार किया जाता है।
त्रिफला से आंखों में जलन, मोतियाबिंद, आंखों की रोशनी का कमजोर होना और कंजंक्टिवाइटिस जैसी समस्याओं को दूर करने में फायदा मिलता है।
कब और कितना
- त्रिफला के चूर्ण को सुबह-शाम ताजे पानी और शहद के साथ मिलाकर खाने से इन सभी समस्याओं से राहत मिलती है।
- त्रिफला के चूर्ण के पानी से आंखों को धोने से भी फायदा मिलता है। (2)
एक गिलास गुनगुने पानी में एक बड़ी चम्मच त्रिफला चूर्ण मिलाएं और पानी को ठंडा होने दें। इसे सुबह से शाम तक पड़ा रहने दें और इस पानी से रात सोने से पहले अपनी आंखें धो लें।
इसे सिर्फ एक महीने और प्रति दिन में एक बार ही इस्तेमाल करें।
यहां तक कि बच्चे भी अपनी आंखों को साफ करने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं
6. बादाम
आंखों को स्वस्थ बनाने, आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए बादाम एक काफी कारगर उपाय है। बादाम में ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन ई होता है, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करते हैं। अगर आप आंखों की रोशनी बढ़ाना चाहते हैं, तो रोजाना बादाम जरूर खाएं।
कब और कितना
- अधिकतम स्वास्थ्य लाभ के लिए, बादाम को रात भर (लगभग 8 घंटे) भिगो दें और सुबह खाली पेट लें, छिलके के साथ।
- रोजाना 8-10 बादाम खाना अच्छा होता है।
- अपने बच्चों को रोजाना इसे खाने की आदत जरूर डालें।
7. गुलाब जल
गुलाब जल का प्रयोग स्किन केयर के लिए हम करते आए हैं। दरअसल यह आंखों के लिए भी काफी कारगर माना जाता है।
गुलाब जल भी आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए एक काफी अच्छा आयुर्वेदिक उपाय है। आंखों के लिए इसे काफी फायदेमंद माना जाता है।
गुलाब जल का उपयोगा आंखों की गंदगी को साफ करने, आंखों को ठंड देने और आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।
कब और कितना
- शोधों में यह पाया गया है कि गुलाब जल की मदद से आंखों की रोशनी को बढ़ाया जा सकता है। आप गुलाब जल की दो बूंद को हफ्ते में दो-तीन बार आंखों में डाल सकते हैं।
- गुलाब जल में दो कॉटन डुबोएं। उन्हें लगभग 10 मिनट के लिए उन्हें रेफ्रिजरेट कर दें। इस ठंडे कॉटन पैड को कुछ देर के लिए अपनी आंखों पर लगाएं, इससे जलन में राहत मिलेगी।
ध्यान रहे कि गुलाब जल सीधे बच्चों की आँखों में न डालें।
इन उपायों को भी आजमाएं
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए आप नीचे बताए जा रहे, इन टिप्स को भी फॉलो कर सकते हैं।
- गुलाब जल में त्रिफला का पानी मिलाएं और इससे दिन में दो बार आंखें धोएं।
- मुंह में पानी भरकर आंखों को ठंडे पानी से धोने पर भी आंखें हमेशा स्वस्थ रहती हैं।
- आंखों को स्वस्थ रखने के लिए हमेशा हेल्दी फूड्स ही खाएं और अनहेल्दी फूड्स से दूरी बनाकर रखें।
- थकी, लाल और कमजोर आंखों की खूबसूरती और सेहत बनाए! Best Eye Tips👁
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