AIDS एड्स (Acquired immunodeficiency syndrome) से जुड़े कलंक का एक लंबा इतिहास है, जिनमें यह रोग जागरूकता की कमी से उपजा है।
“गलत सूचना” और “अफवा” ने एड्स से पीड़ित रोगियों के सामाजिक और सांस्कृतिक कलंक को जन्म दिया है।
यह गलत धारणाये, खुद एड्स की बीमारी से ज्यादा घातक है, कैसे?
- एचआईवी रोगियों को नौकरी मिलना मुश्किल होती है
- उनको समाजिक जगह पर जाना बहुत मुश्किल होता है
- उन्हें लोग अपनाते नहीं है, उनसे मिलने मे लोग संकोच करते है
- उन्हें वित्तीय संकट की ओर धकेला जाता है
- उन्हें सार्वजनिक अलगाव का भी सामना करना पड़ता है
एड्स या एचआईवी रोगियों के खिलाफ भेदभाव भारत तक ही सीमित नहीं है, हालांकि पश्चिमी देश में इसको लेके जागरूता ज्यादि है।
एड्स से जुड़े उन मिथ कों को दूर करना जरूरी है, जिन्होंने इस बीमारी से जुड़ी सामाजिक और सांस्कृतिक वर्जनाओं को जन्म दिया है।
हर साल 1 दिसंबर को मनाये जाने वाले विश्व एड्स दिवस के तहत हम यह ब्लॉग पेश कर रहे है।
एचआईवी (HIV) क्या है?
एचआईवी का अर्थ है ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस।
यह श्वेत रक्त कोशिका को नष्ट करके आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुँचाता है, जो आपके शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। एचआईवी से आपको गंभीर संक्रमण और कैंसर का खतरा रहता है।
(AIDS) एड्स क्या है?
यह एचआईवी के संक्रमण का अंतिम चरण है। यह तब होता है जब वायरस के कारण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाती है।
क्या आपको पता है? एचआईवी वाले सभी लोगों को एड्स नहीं होता है।
एचआईवी कैसे फैलता है?
यह बीमारी विभिन्न तरीकों से फैल सकता है:
- एचआईवी वाले व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध के माध्यम से। यह सबसे आम तरीका है जिससे यह फैलता है।
- दवा की सुई का अलग अलग पेशेंट में पुनर उपयोग करके।
- एचआईवी वाले व्यक्ति के रक्त के संपर्क के माध्यम से।
- गर्भावस्था, प्रसव, या स्तनपान के दौरान मां से बच्चे को।
एचआईवी संक्रमण का खतरा किसे है?
एचआईवी किसी को भी हो सकता है, लेकिन कुछ समूहों में इसके होने का जोखिम अधिक होता है:
- जिन लोगों को यौन संचारित रोग (STD) है। एसटीडी होने से एचआईवी होने या फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
- जो लोग साझा सुइयों के साथ दवाओं का इंजेक्शन लगाते हैं।
- समलैंगिक और उभयलिंगी पुरुष।
- जो लोग जोखिम भरा यौन व्यवहार करते हैं, जैसे कंडोम का उपयोग नहीं करना।
- अशिक्षा, जागरुकता की कमी और भौगोलिक क्षेत्र जैसे कारक लोगों में एचआईवी जोखिम को प्रभावित कर सकते हैं।
एचआईवी/एड्स (AIDS) के लक्षण क्या हैं?
एचआईवी संक्रमण के पहले लक्षण फ्लू जैसे लक्षण हो सकते हैं:
- बुखार
- ठंड लगना
- खरोंच
- रात को पसीना
- मांसपेशियों के दर्द
- गला खराब होना
- थकान
- सूजी हुई लसीका ग्रंथियां
- मुंह के छालें
ये लक्षण दो से चार सप्ताह के भीतर आ और जा सकते हैं। इस चरण को तीव्र एचआईवी संक्रमण कहा जाता है।
यदि संक्रमण का इलाज नहीं किया जाता है, तो यह क्रोनिक एचआईवी संक्रमण बन जाता है। अक्सर, इस चरण के दौरान कोई लक्षण नहीं होते हैं।
मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे एचआईवी/एड्स (AIDS) है?
एचआईवी संक्रमण को सुनिश्चित करने का एकमात्र तरीका है की आप इसका परीक्षण करवाए।
रक्त परीक्षण पुख्ता तोर पर बता सकता है कि क्या आपको एचआईवी संक्रमण है?
आप घरेलू परीक्षण किट (home test kit) का उपयोग कर सकते हैं।
नि:शुल्क परीक्षण के लिए: सीडीसी टेस्टिंग लोकेटर का उपयोग करे।
एचआईवी/एड्स (AIDS) के लिए उपचार क्या हैं?
एड्स का कोई स्थायी इलाज नहीं है, हालांकि लगातार निर्धारित दवा खाने से मदद मि ल सकती है। इसे एंटी-रेट्रोवाइरल थेरेपी (ART) कहा जाता है।
ART एचआईवी संक्रमण को एक प्रबंधनीय पुरानी स्थिति बना सकता है। यह वायरस को दूसरों तक फैलाने के जोखिम को भी कम करता है।
एचआईवी वाले अधिकांश लोग लंबे और स्वस्थ जीवन जीते हैं यदि वे ART प्राप्त करते रहे और उस पर ठीके रहे।
अपना ख्याल रखना जरूरी है:
- यह सुनिश्चित करे कि आप स्वस्थ रहे प्राकृतिक तरीको से,
- स्वस्थ जीवन शैली और
- नियमित चिकित्सा देखभाल प्राप्त करना आपको जीवन की बेहतर गुणवत्ता का आनंद लेने में मदद कर सकता है।
क्या एचआईवी/एड्स (AIDS) को रोका जा सकता है?
आप एचआईवी फैलाने के जोखिम को कम कर सकते हैं:
- एचआईवी का परीक्षण जरूर करवाए।
- यौन व्यवहार:
कम जोखिम भरा यौन व्यवहार चुने। इसमें आपके यौन साथी की संख्या को सीमित रखे और हर बार यौन संबंध बनाते समय लेटेक्स कंडोम (condom) का उपयोग करे।
यदि आपके या आपके साथी को लेटेक्स से एलर्जी है, तो आप पॉलीयूरेथेन कंडोम का उपयोग कर सकते हैं। - यौन संचारित रोगों (एसटीडी) के लिए परीक्षण और उपचार करवाना।
- दवाओं का इंजेक्शन नहीं लगाना।
- बेहतर उपचार प्रक्रिया के लिए सख्त दवा का पालन करें।
- पीआरईपी (प्री-एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस)
उन लोगों के लिए है जिन्हें पहले से एचआईवी नहीं है लेकिन उन्हें इसके होने का बहुत अधिक जोखिम है। PrEP दैनिक दवा है जो इस जोखिम को कम कर सकती है। - पीईपी (पोस्ट-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस)
उन लोगों के लिए है जो संभवतः एचआईवी के संपर्क में आ चुके हैं। यह केवल आपातकालीन स्थितियों के लिए है। पीईपी को एचआईवी के संभावित संपर्क के 72 घंटों के भीतर शुरू किया जाना चाहिए। - स्वस्थ रहने का प्राकृतिक तरीका अपनाये।
राजकुमारी डायना ने एड्स के खिलाफ कैसे लड़ाई लड़ी, इसकी दिल को छू लेने वाली कहानी
जब एड्स महामारी चरम पर थी, और बहुत से लोग डरे हुए थे। उस समय अप्रैल 1987 में, राजकुमारी डायना ने लंदन के मिडलसेक्स अस्पताल में ब्रिटेन की पहली एचआईवी/एड्स(AIDS) विशेषज्ञ यूनिट खोली– ऐसा स्थान जो विशेष रूप से वायरस के रोगियों की देखभाल करे।
यूनिट का दौरा करते हुए, उन्होंने कहा, ‘एचआईवी लोगों को जानने में कोई खतरा नहीं। आप उनसे हाथ मिला सकते हैं और उन्हें गले लगा सकते हैं। और तो और, आप उनके घरों, उनके कार्यस्थलों, और उनके खेल के मैदानों और खिलौनों को साझा कर सकते हैं।‘
एचआईवी के साथ रहने वाले लोगों के लिए, उनकी टिप्पणियों ने ऐसे मरीजों को सम्मान और करुणा के साथ देखने के प्रेरित किया। और, अपने कार्यों के माध्यम से, उसने बाकी सभी को दिखाया कि एचआईवी मरीजों के संपर्क से यह फैलता नहीं।
बेशक, इसने रातों-रात सब कुछ नहीं बदला, बल्कि आज भी कलंक और भेदभाव बना हुआ है। लेकिन राजकुमारी का प्रभाव दुनिया भर में महसूस किया गया।
निष्कर्ष
एचआईवी के उपचार में तेजी से प्रगति के बावजूद, यह वायरस अभी भी मुश्किले पैदा कर सकता है।
इसके अलावा, कुछ लोगों में मृत्यु का जोखिम भी है। इस संक्रमण के होने की संभावना उम्र, लिंग, कामुकता, जीवनशैली और लिए गए उपचार पर निर्भर करता है। कुल मिलाकर, किसी को भी एचआईवी (AIDS) से जुड़े खतरों के बारे में जागरूक होने और सभी सावधानियां बरतने की जरूरत है।
“एड्स दिवस पर है नारा , एड्स मुक्त हो विश्व सारा“
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