क्या सर्दियों में बच्चों को केला खिलाना चाहिए? (Banana in winters)
जी हां, सर्दियों में बच्चों को केला (Banana in winters) दिया जा सकता है। केले का सेवन करने पर बच्चों को सर्दी नहीं लगती। इसके साथ ही अगर धूप के समय बच्चों को केला खिलाया जाए है तो बच्चों को सर्दी जैसी समस्या नहीं होती है।
केले का सेवन करने पर उन्हें ताकत भी मिलती है। दरअसल बच्चों को खेलना-कूदना पसंद है और इसके लिए एनर्जी की जरूरत होती है। केले का सेवन करने पर उन्हें फाइबर की भरपूर मात्रा मिलती है, जिससे उन्हें ताकत प्राप्त होती है।
केला खिलाये, फिर नहीं खा पाएंगे जंक फूड!
एक मध्यम आकारा का केला बच्चों (Banana in winters) का पेट भरने के लिए काफी है, जिसके कारण वह जरूरत से ज्यादा नहीं खा पाते। यही कारण है कि जंक फूड और बाहर का खाना खाने से बचते हैं।
ठंड के दिनों में बच्चों के पेट में गैस ज्यादा बनती है लेकिन केला खाने से उन्हें गैस भी नहीं बनती और उनकी पाचन शक्ति मजबूत होती है।
केले में होते हैं हेल्दी कार्ब (carb: Banana in winters)
केले में मौजूद कार्बोहाइड्रेट (Banana in winters) की मात्रा बच्चों के लिए इसे एक उपयुक्त फल बनाती है। बच्चे इसे आसानी से खा भी जाते हैं और उनके लिए एक स्वादिष्ट फल भी होता है।
बच्चों को नहीं होती कब्ज
केले (Banana in winters) में मौजूद फाइबर की मात्रा बच्चों में कब्ज की शिकायत को दूर करती है। इसलिए अगर आप बच्चे को दो केले खिलाते हैं तो ये आपके बच्चे के पेट को दुरुस्त रखते हैं। इन कारणों से केला बच्चों के लिए एक बहुत ही अच्छा और स्वादिष्ट फल है।
लेकिन बहुत अधिक मात्रा में केला नहीं खिलाना चाहिए।
हड्डियों को मजबूत बनाता है केला (healthy bones: Banana in winters)
केला, विटामिन बी 6 का एक अच्छा स्रोत है, जिससे हड्डियों के स्वास्थ्य (Banana in winters) में सुधार होता है और सूजन भी कम होती है। केले में मौजूद मिनरल्स बच्चे की इम्यूनिटी मजबूत करने का काम करते हैं।
रोजाना केले को मैश करके खिलाने से हल्के बुखार को कम करने में भी मदद मिलती है।
“थंड में केला नहीं खाना” क्या यह सिर्फ एक MYTH है?
डॉक्टर के अनुसार, बहुत से ऐसे लोग हैं जो यह मानते हैं कि केला एक ठंडा फल है और सर्दियों में बच्चों को नहीं दिया जाना चाहिए। लेकिन एक मिथक है। क्योंकि केले से बच्चों को सर्दी-खांसी या वायरल इन्फेक्शन नहीं हो सकता है। अगर बच्चे को कोई अन्य समस्या नहीं है, तो केला उसके लिए पूरी तरह सुरक्षित है। लेकिन अगर बच्चा पहले से सर्दी खांसी से पीड़ित है, तो उसे केला देने से बचें क्योंकि यह बलगम के संपर्क में आने से जलन का कारण बन सकता है।
केला कार्बोहाइड्रेट और शुगर के बेहतर स्रोत है जिससे तुरंत एनर्जी मिलती है। यह फाइबर का भी बेहतर स्रोत है जो पाचन में सहायक है। जाहिर है सर्दियों में बच्चों को गैस्ट्रिक समस्याएं होती हैं। इनसे बचने और गैस की परेशानी से निपटने के लिए बच्चे को रोजाना केला खिलाना चाहिए। इससे बच्चे को कब्ज से बचने में मदद मिलती है।
सिर्फ केला ही नहीं, दूसरे फल भी खिलाए और खाए
बच्चों की इम्यूनिटी के लिए फल जरूरी हैं। इसके साथ ही यह जानना भी आवश्यक है कि फल खाने का सही समय क्या है, फल कब खिलाने चाहिए और कैसे खिलाने चाहिए। अगर आप सही नियमों के अनुसार बच्चे को फल खिलाएंगी तो यकीनन कोरोना वायरस जैसी बीमारी बच्चे को छू भी नहीं पाएगी।
संतरा
मां सोचती हैं कि सर्दियों के मौसम में संतरा खाना सही नहीं होता है। इससे बच्चे को ठंड लग सकती है, जबकि ऐसा नहीं है। सर्दी के मौसम में बच्चों को संतरा देना जरूरी है।
हां, संतरा या कोई भी खट्टा फल शाम या रात के समय देना नुकसानदायक होता है। इसलिए दिन के समय छत पर बैठकर या बालकनी की धूप में बैठकर बच्चे को संतरा खिलाएं।
बच्चे को रोजाना एक संतरा जरूर दें। अगर बच्चे की उम्र 9 माह से कम है, तो उसे संतरे का जूस बनाकर दें। जूस की मात्रा कम रख सकती हैं।
9 माह से ज्यादा उम्र के बच्चे को संतरे के बीज और छिलका निकालकर दें। जहां तक बच्चों के लिए संतरे के फायदों की बात है, तो यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है।
इसमें विटामिन सी, ई और काॅपर पाया जाता है। ये सभी पोषक तत्व बच्चों के लिए लाभकारी हैं। इससे बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इस कारण बच्चा सर्दी-जुकाम और खांसी जैसी बीमारियों से बचा रहता है।
अमरूद
अमरूद सर्दियों के मौसम में पाया जाने वाला फल है। बच्चों को यह फल जरूर दें, क्योंकि यह एक मौसमी फल है। अमरूद खिलाने से पहले उसका छिलका उतार दें और बीज निकालकर बच्चे को दें।
कई बार अमरूद में कीड़े भी लगे होते हैं। इसलिए अमरूद खरीदने से पहले इसकी अच्छी तरह जांच-परख कर लें।अगर बच्चा छोटा है, तो इसे मैश कर के दें। अगर बच्चा खुद खा सकता है, तो उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर दें। अमरूद खाने से बच्चे का पेट साफ रहता है, उसे सर्दी-जुकाम नहीं होता।
अमरूद में विटामिन A होता, जो बच्चों को कई तरह के लाभ पहुंचाता है।
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सेब
रोजाना एक सेब खाने से आप डाॅक्टर को खुद से दूर रख सकते हैं। यह सिर्फ एक कहावत नहीं है। असल जिंदगी में यह कहावत बिलकुल सही है इसलिए बच्चे को रोजाना एक सेब जरूर दें।
यह बहुत अच्छा फल है। इसमें विटामिन A, पोटैशियम, फाइबर जैसे पोषक तत्व होते हैं। यह तत्व बच्चे के मस्तिष्क और शारीरिक विकास के लिए लाभदायक हैं।
अगर आपका बच्चा छोटा है, तो सेब मैश करके दे सकती हैं। बड़े बच्चे को सेब काटकर खिलाएं।
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जय हिन्द!
-हर्ष चतुर्वेदी
उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए लाभकारी रहा होगा।
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सूत्रों का कहना है
- Home food environment in relation to children’s diet quality and weight status
- The Use of Banana as a Food for Healthy Infants and Young Children
- https://www.quora.com/What-are-the-side-effects-of-eating-bananas-in-the-winter-season
Good info about fruit benefits….
जसबीर
आपने बिल्कुल सही सलाह दी है और केला सर्दियो मे भी खाते आए ,बचचो को खिलाते हैं अजमाया हुआ है ,हो सकता हो इसी कारण परिवार मे बच्चे बुजुर्ग किसी के पैरो की हडडियो मे आवाज नही आती.
आपके लेख पढकर रसोई मे काफी-कुछ शाकाहारवाद हो गया और मन को तसल्ली होती है हमारे बड़े बुढे संतुलित भोजन, दूध के साथ करते थे तभी निरोगी रहते थे और संस्कारों का खजाना छोडकर गए
आपकी कोशिश ,शाकाहारवाद को बढावा ,वातावरण के लिए जरूरत है