Drinking Water in Copper Bottle -Any Science? Part 1

हमारे माता-पिता बचपन से ही तांबे के बर्तन में पानी पीने (Copper Water Bottle) के लिए कहते रहे हैं, वह भी सुबह सबसे पहले – है ना ?

मेरी माँ इसे “जादुई बर्तन” बुलाती है !
मेरी दादी हमें बताती थी की “तांबे के बर्तन, बीमारियों के संक्रमण से लड़ने और पानी को अतिरिक्त शक्ति देने के लिए जाने जाते हैं”

लेकिन क्या इसके पीछे कोई विज्ञान है?
Copper Bottle BalmaX Dr Design

Introduction – इस ब्लॉग को क्यों पढ़ें?

जब तक हमें पश्चिमी मुहर (Approval from Western Culture) नहीं मिलती, हम अपनी पुरानी भारतीय संस्कृति को नहीं मानते

हम कब जागेंगे ? हम कब अपनी संस्कृति पर भरोसा करना शुरू करेंगे?

दूसरे देश हमारे आयुर्वेद के साथ क्या कर रहे है?

  • यूरोप पहले से ही आयुर्वेद चिकित्सा में काफी निवेश कर रहा है।
  • The Europe Academy of Ayurveda यह संस्था 25 साल से भी अधिक समय से जर्मनी में स्थित है। (1)
  • अमेरिकी सरकार बहुत समय से हमारी पुरानी प्रथाओं (Culture) में अरबों डॉलर का निवेश कर रही है
  • वे जानते हैं कि आने वाले दिनों में “आयुर्वेद” (Ayurveda) ही एकमात्र स्थायी समाधान है, एलोपैथी नहीं (not Allopathy)।
  • और इसलिए कई पेटेंट (Patent) खरीद डालें है –
  • उदाहरण: उनके पास हल्दी (turmeric) पर 33 पेटेंट हैं (जैसे – अमेरिकी पेटेंट 5401504 मार्च, 1995 में हल्दी पाउडर को घाव भरने वाले एजेंट के रूप में उपयोग करने के लिए दिया गया था।)
  • काली मिर्च (black-pepper) पर 22 पेटेंट। उनमें से एक यह है कि यदि आप काली मिर्च चूसते हैं तो इससे खांसी ठीक हो जाती है।

क्या यह हमारे घरेलू उपचार नहीं हैं? क्या हमारे आयुर्वेद में इसका उल्लेख नहीं है? हम उन सबको बखूबी जानते है और सुनकर बड़े हुए हैं, है ना?

हम खुद आयुर्वेद के साथ क्या कर रहे हैं?

  • वे गोमूत्र पर पेटेंट खरीद रहे हैं, और हम इसकी गंध बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं, भूल जाइए – की हम गाय की शक्तियों (गाय का दूध, घी आदि) को कभी स्वीकार कर सकते हैं।
हम से पहली वाली पीढ़ी सो रही थी और अभी वाली तो एकदम ही मुर्दा हो रखी हैं

हम अपना समय TV serials, movies में बर्बाद कर रहे है –

  • जो हीरो पन्द्रवीं मंजिल से कूदता है और उसकी पैंट तक नहीं फटती, ऐसे हीरो पर यकीन;
  • Netflix, Amazon Prime और अन्य ओटीटी चैनलों (OTT) पर चलने वाली कई वेबसीरीज – इन सबका आयुर्वेद से कोई संबंध नहीं है। हमें ऐसी चीजों पर समय बर्बाद करना बंद कर देना चाहिए।

यह ब्लॉग तांबे की बोतल / बर्तन में पानी पीने (Copper Water Bottle) की हमारी पुरानी परंपरा के पीछे विज्ञान खोजने की कोशिश करता है।

तांबे का पानी और मेरी कहानी (My start with Copper Bottle)

मुझे याद है, मेरे भाई के जन्मदिन पर मेरे पिता उनके लिए उपहार में एक तांबे की बोतल लाए। घर में नई चीज़ देखते ही खुशी होती थी, परन्तु यह बोतल थी भी बहुत सुन्दर, हाथ-से-बने डिजाइन एंटीक लुक दे रहे थे | और उस समय इसमें मैंने भी पानी पीने का सोचा

अक्सर नए बर्तन को मेरी माँ वीम-बार से धोती थी, परन्तु इस तांबे की बोतल को नींबू के पानी से अच्छी तरह धोया और फिर “पीतांबरी” पाउडर से।
मुझे कोई दिलचस्पी नहीं थी कि माँ ने वह नींबू पानी से क्यों धोया, मैं चाहता था कि इसे जल्दी धोया जाए ताकि मैं खुद इसमें पानी भर सकूं 🙂

पानी भर गया था और मैं पीने ही वाला था की माँ ने मुझे रोक दिया और कहा – की “यह जादुई बर्तन है, जो रात भर रखे पानी को शक्तिशाली बनाता हैइसका पानी अभी नहीं सुबह पीना”।

मैं सुबह का इंतजार नहीं कर सकता था – मैं रसोई में गया जहाँ बोतल रखी हुई थी, और उसे अपने कमरे में लाया, और अपने बिस्तर के पास रख के सोया। सुबह बड़े उत्साह के साथ मैंने बोतल से पानी निकाला और 2 गिलास पानी पिया।

तांबे में पानी पीने के बाद मुझे खास कोई विशिष्टता (uniqueness) दिखी नहीं, यह पीने में मुझे नार्मल पानी से थोड़ा ज्यादा ठंडा लगा बस।

कुछ दिन लगातार सुबह खाली पेट तांबे का पानी पीने के बाद, मुझे मेरा गला और पेट बहुत शांत और ठंडा महसूस होने लगा। मुझे एसिडिटी (Acidity) की समस्या थी, जिसमें मुझे बहुत सुधार दिखा और मेरा बॉविल मूवमेंट (Bowel Movement) भी बेहतर हो गया था।

इसके पीछे का विज्ञान (Science Behind Copper Water)

तांबे की बोतल से पानी पीने के अनेको फायदे हमारा आयुर्वेद हमे बताता है। इस पोस्ट में, तांबे के पानी के बर्तनों में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट से संबंधित दो वैज्ञानिक अध्ययनों के परिणामों को संक्षेप में प्रस्तुत किया गया है।

क्या कहता है शोध (Research)

एक अध्ययन में, शोधकर्ताओं (researcher) ने बैक्टीरिया (bacteria) से दूषित पानी को, तांबे और चांदी के कंटेनरों में इकट्ठा किया।अध्ययन से पता चला कि तांबे के बर्तन वाला पानी बैक्टीरिया पर केवल कुछ ही घंटों के एक्सपोजर के बाद ही उन्हें ख़तम और रोकने में मददगार है।
वैज्ञानिकों ने पानी में तांबे को हर 2 घंटे में भी मापा, ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि पानी तांबे में बहुत देर तक सुरक्षित है या नहीं। वैज्ञानिकों ने बतया कि तांबे के बर्तन में कई दिनों तक पानी जमा होने के बाद भी, तांबे की मात्रा WHO द्वारा “निर्धारित सीमा” के भीतर अच्छी तरह से बनी हुई है। (4) नीचे उसी निकाला गया डेटा है:

Copper Water Bottle Graph
तांबे के बर्तन में आठ दिन से रखे पानी में तांबे का अवशेष

दुसरे एक अध्यन में (5), वैज्ञानिकों ने हानिकारक जीवाणुओं वाले पानी को रात भर तांबे के बर्तन और कांच की बोतलों में रख कर देखा। यह कमरे के तापमान में हुआ अध्यन था। सुबह के समय, तांबे के बर्तनों में जमा पानी से बैक्टीरिया जीवित नहीं रहे, हालांकि यह कांच की बोतलों में बरामद हुए। अध्ययन में पाया गया कि तांबे के बर्तनों में जमा पानी भी अधिक alkaline** हो गया था

**Alkaline होने का अर्थ है की उस पानी में anti-aging वाले गुण होना, प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune system) को मज़बूत करना, हाइड्रेशन (hydration), त्वचा को स्वस्थ और सुन्दर रखना, और अन्य विषहरण गुण (detoxifying properties) का शामिल होना।

तांबे की बोतल में पानी रखने से क्या होता है?

तांबे के बर्तन का आकार (shape), डिजाइन (design) और मटेरियल शुद्धता (material purity) हमारे स्वास्थ्य लाभ में अहम् भूमिका निभाती है। जब आप रात भर तांबे की बोतल में पानी जमा करते हैं, तो तांबे के आयन (ions) उस पानी में थोड़ी मात्रा में घुल जाते हैं। यह मात्रा WHO द्वारा निर्धारित सुरक्षित मात्रा के दायरे में ही आते है।

इस प्रक्रिया को ओलिगोडायनामिक (Oligodynamic Effect) प्रभाव कहा जाता है, क्योंकि इस पानी में अब हानिकारक रोगाणुओं (microbes), कवक (fungi) और बैक्टीरिया (bacteria) को मारने की क्षमता है।

विज्ञान के अनुसार, तांबा शरीर के आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों (micronutrients) में से एक होने के साथ-साथ प्राकृतिक (naturally) रूप से पाई जाने वाली धातु (metal) भी है। मानव शरीर को जीवित रहने के लिए तांबे की आवश्यकता होती है।

नीचे पुरुषों और महिलाओं के सुझाया कॉपर डाइट (Recommended Copper Nutrition) है, यह “राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान” (National Institute of Health) के द्वारा निर्देशित है (6):

उम्रपुरुषमहिलागर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं
0-1 वर्षीय200 mcg200 mcg
1-3 वर्षीय340 mcg340 mcg
4-8 वर्षीय440 mcg440 mcg
9-13 वर्षीय700 mcg700 mcg
14-18 वर्षीय890 mcg890 mcg1000 mcg
18 +वर्षीय900 mcg900 mcg1300 mcg

इस ब्लॉग (blog) के “Part 2” में क्या शामिल है?

हम में से अधिकांश लोग पहले से ही तांबे का पानी पीने की प्रक्रिया का पालन कर रहे होंगे, लेकिन क्या हम इसे सही तरीके से पी रहे हैं? अगले भाग में (या ब्लॉग):

  • क्या तांबे के पानी से कोई गंभीर समस्या हो सकती है?
  • तांबे की बोतल से आपको क्या फायदे होंगे?
  • शुद्ध और certified तांबे की बोतल कहाँ मिलेंगी ?
पूरा "भाग -2" यहाँ पढ़ें।
Copper Bottle - Benefits, Caution & Pure Bottle? Part 2

निष्कर्ष (Conclusion)

दोस्तों, कई शोध और अध्ययनों के निष्कर्ष, और अन्य देशों द्वारा ऐसे सभी आयुर्वेदिक उपचारों पर बहुत अधिक निवेश करने का कारण, हमें बता रहा है कि “तांबे के बर्तन में पानी पीना एक सुरक्षित और लाभकारी स्वास्थ्य तरीका है”।
हमारी हज़ारो साल पुरानी परंपरा इन सबका पालन करती है और हमें स्वस्थ रहने में मदद करती है।


गर्मियां आ रही हैं और यदि आप तांबे की अच्छी बोतल खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो हम उन्हें जल्द ही लॉन्च करेंगे। हम शुद्ध तांबे की बोतल की तलाश में हैं (Pure & Certified Copper Bottle), ताकि हमारे पाठक को अधिकतम स्वास्थ्य लाभ मिले।

Fit humara Bharat Siging off Signature Copper Water Bottle

आपको फिट, निडर, समझदार, प्रेरित और साहसी बनाये रखने के लिए, हमारे पहले के कुछ ब्लोग्स।

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14 thoughts on “Drinking Water in Copper Bottle -Any Science? Part 1”

  1. Your tips exactly reminds us our Gand Ma rules , these copper bottles are easy to carry and
    it’s experience from past definitely benifit user.
    आज के समय मे धीरे धीरे समझ आ रही है तांबे के बर्तन का उपयोग पर जोर दिया जा रहा है और विकल्प सही बताया जसवीर ने ,इसके बच्चों को योगा क्लासेस और खेल के मैदान में स्फूर्ति देखते ही बनती है
    Balmax product are quality is approved as I am using ,suggest atleast use once

    प्रतिक्रिया

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