Thyroid Treatment, Say No to Pills – Part 2

54 साल की मेरी माँ, ने अब अपनी थायराइड की समस्या को ठीक कर लिया है। आज बिना दवाई के उनका थाइरोइड नार्मल है।(Thyroid Treatment – Say NO to pills)

नमस्कार दोस्तों! इस ब्लॉग में मैं थायराइड के स्थायी इलाज (Thyroid Treatment Without Medicines) के बारे में बात करूंगा।
कृपया इस ब्लॉग को ध्यान से पढ़ें और अपनी प्रतिक्रिया या प्रश्नों को comment section में साझा करें।

यदि आप इस उपाय का सफलतापूर्वक पालन करते हैं तो विश्वास रखिये कि थायराइड 100% ठीक हो सकता है।

मंज़िले भी ज़िद्दी है, रास्ते भी ज़िद्दी है।
देखते है कल क्या हो, हौंसले भी ज़िद्दी है।

जी हाँ, दोस्तों अगर हमे अपने शरीर को स्वस्थ रखना है (for thyroid treatment), तो हमारा संकल्प ढृढ़, मजबूत और नियमित होना बहुत जरुरी है।

2016 में, लगभग 4 साल पहले, मुझे मेरी माँ की थाइरोइड का पता चला। उनका TSH value = 12.54 ulU mL था। मैंने उनकी रिपोर्ट की तस्वीर यहाँ आप लोगो के लिए लगायी है।

Thyroid diagnosed report TSH Value_12 reading

हमने उनका इलाज निचे दिए गए 4 चरणों में 100 % ठीक किया है:

खान-पान!

क्या खाये?क्या ना खाये?
सिंघाड़े खूब खाएं:

इसमें आयोडीन (Iodine) और मैंगनीज (manganese) जैसे उपयोगी खनिज (minerals) होते हैं, जो हमारी थायरॉयड ग्रंथि (Thyroid Gland) के समुचित कार्य को बनाए रखने में मदद करता है। (1)
कितना खाएं?
100-200 ग्राम प्रति दिन
चाय/कॉफी का सेवन बंद/कम करें।

यदि आपको हाइपरथायरायडिज्म है, तो कॉफी में पाए जाने वाला कैफीन के बहुत ही दुष्प्रारिणाम होसकते है। यह पहले से ही अनियमित (irregular) हृदय गति (heart rate), उच्च रक्तचाप (high blood pressure)और दस्त (diarrhea).को बदतर बनाता है।
सेब (Apple), नाशपाती (Pears) और Citrus फल:

थायराइड की समस्याएं “पारा” धातु (mercury metal) से जुड़ी हैं। हमारे शरीर में जितना अधिक ‘पारा‘; थायराइड की समस्याओं की, उतनी ही अधिक संभावना। इसलिए यह फल रोज खाये। यह शरीर को डिटॉक्सिफाई (detoxify) करने में मदद करता है।
पुराना – बासी खाना बंद करे

इस तेजी से आगे बढ़ रही दुनिया में, लोगों के पास दिन में 3-बार भोजन बनाने का समय भी नहीं है। इसलिए वह एक बार भोजन बनाते है और उसका सेवन सारा दिन करते रहते है।
गुन्दा आटा, सुबह या रात की बानी सब्ज़ी, आदि हर घर के फ्रिज मे पाया जाता है।
यह बहुत खतरनाक है और आपके थायरॉयड के लिए अच्छा नहीं है।
इसे तुरंत खाना बंद करो! और हर बार ताजा भोजन बनाना शुरू करें।
सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar):

हाइपोथायरायडिज्म (hypothyroidism) वजन बढ़ाने का कारण बनता है, इसलिए इस सिरका को पीने से वजन कम और नियमित रहता है।
उठने के बाद आधा कप पानी में 2 टीएसपी मिलाएं और इसे पी लें।
भोजन जिसमे “गोइट्रोगन्स” (Goitrogens) की मात्रा हो।

जैसे की: टोफू (tofu), गोभी, ब्रोकोली, फूलगोभी, पालक, शकरकंद, आड़ू (Peaches), स्ट्रॉबेरी, बाजरा, पाइन नट्स (pine nuts), मूंगफली आदि।
कच्चे भोजन का अधिक सेवन (Raw food):

बहुत जरुरी है की आप थोड़ा भोजन कच्चा, बिना पका हुआ खाये।
इसका प्रमुख लाभ यह है की आपके शरीर को वापस प्राकृतिक संतुलन की क्षमता प्रदान कराता है। जैसा की कच्ची गाजर, कच्ची सब्जियाँ।
नो स्मोकिंग, नो ड्रिंकिंग!
(No Smoking & No Drinking)
घर का बना खाना ही खाएं।

योग-आसन (Yoga posture)

कई अध्ययनों ने थायराइड में सुधार पर (Thyroid treatment), योग के सकारात्मक प्रभाव को दर्शाया है।
योग आपकी ऊर्जा को संतुलित करके, शरीर में लचीलापन बढ़ाता है और तनाव दूर करता है।

तनाव और हाइपोथायरायडिज्म के बीच एक संबंध है, लेकिन योग थायराइड को नियंत्रित करने में बहुत ही मददगार साबित है चाहे वह कम सक्रिय या अधिक सक्रिय वाला थाइरोइड हो।

अपने थाइरोइड ग्लैंड (thyroid gland) को वापिस सक्रिय करने के लिए 3 आसन करे:

1. प्राणायाम – टंक विद्या

विधि:  लम्बा श्वास लेकर होंठ बंद करके कंठ से ‘ॐ’ की ध्वनि निकालते हुए सिर को ऊपर-नीचे करें।

सिर के ऊपर-नीचे-नीचे की गति, स्वरयंत्र (larynx) पर दबाव देती है। जो आपके थाइरोइड को सक्रिय करता है (thyroid treatment)।
यह प्रक्रिया तब तक जारी रहनी चाहिए जब तक कि आपकी साँसे पूरी तरह से निष्कासित न हो जाए।

इसे 5 बार कीजिये। (Video देखे)

2. उज्जायी प्राणायाम

संस्कृति में शब्द “उज्जायी” का मतलब है “विजयी”। वह प्राणायाम जो बंधन या बीमारी से स्वतंत्रता दिलाता है।

विधि: 

  1. किसी भी आरामदायक आसान में बैठ जायें। पूरे शरीर को शिथिल कर लें।
  2. समान रूप से श्वास लें
  3. थोड़ी देर बाद अपना ध्यान गले पर ले आयें।
  4. ऐसा अनुभव करें या कल्पना करें की श्वास गले से आ-जा रहा है।
  5. जब श्वास धीमा और गहरा हो जाए तो कंठ-द्वार को संकुचित करें। ऐसा करने पर आपके गले से साँस आने और जाने पर धीमी सी आवाज़ आनी चाहिए।
  6. अब साँस लंबी और गहरी होनी चाहिए।
  7. ऊपर बताए गये तरीके से बाएं, दाएं और दोनों नथ्नो के माध्यम से श्वास लेना एक भास्त्रिका प्राणायाम का पूरा चक्र होता है।

ऐसा 10-20 मिनिट तक करें। अगर आपको ज़्यादा देर बैठने में परेशानी हो तो उज्जायी प्राणायाम लेटकर या कड़े हो कर भी कर सकते हैं। (Video देखे)

3. सिंहासन (Lion Pose)

सिंहासन को करते समय आपकी निकली हुई जीभ के साथ चेहरा, बिलकुल दहाड़ते हुए शेर के समान दीखता है| इसलिए ही इस आसन को सिंहासन योग कहा जाता है| यह पोज़ बहुत कारगर है -थाइरोइड क लिए (Thyroid treament)। (2)

  1. इसे करने के लिए सबसे पहले समतल जगह पर योगा मेट बिछा ले।
  2. योगा के लिए मैट इस्तेमाल करने के फायदे क्या है यह भी जानिए|
  3. इसके बाद वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाए।
  4. दोनों घुटने को जितना हो सके उतनी दुरी पर रखे।
  5. अब दोनों हांथो को घुटने के बीच में रखे, हांथो की उंगलिया आपके शरीर के तरफ होनी चाहिए।
  6. दोनों हांथो को सीधा रखते हुए आगे की तरफ झुके।
  7. इसके बाद सर को पीछे की तरफ झुकाये और साथ ही मुँह को जितना संभव हो खोल ले।
  8. फिर जीभ को बाहर निकाल ले।
  9. आँखों को खोल ले और आँखों से दोनों भोहों के बीच देखे।
  10. इसके बाद नाक से सांस अंदर की तरफ ले। फिर मुँह से धीरे धीरे आवाज निकालते हुए साँस को बाहर छोड़े।
  11. इस आसन के अंत में पुनः थोड़ी देर वज्रासन में बैठ जाए|

इसके 5 मिनट बाद शवासन करे।
एक स्वस्थ व्यक्ति को इसे प्रतिदिन 10 बार करना चाहिए। साथ ही रोगी व्यक्ति को इसे प्रतिदिन कम से कम 15 से 30 बार करना चाहिए।

ध्यान दे! यदि आप कोई समस्या के चलते वज्रासन की स्थिति में नहीं बैठ पा रहे है तो इसे कुर्सी पर बैठ के भी कर सकते है।

हमारे कुछ पहले article के लिंक:
Thyroid Treatment, Say No to Pills – Part 1
Healthy Life: 5 Secret to Change your Life!
Yoga for Kids: Children Basic Yoga Poses!

आयुर्वेदिक

1. धनिया के बीज (Coriander Seeds)

थाइरोइड को नियंत्रण में रखने के लिए धनिया के बीज (Coriander Seeds) का रस बहुत फायदेमंद है।
धनिया – फोलेट, एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन सी और बीटा-कैरोटीन में बेहद समृद्ध है जो हार्मोन विनियमन (hormone regulation) में मदद करता है

लेने की विधि:

आपको बहुत आसानी से धनिया के बीज बाजार से मिल जायेंगे। 100-200 gm लेले और ओखली (mortar and pestle) में डालकर इनको अच्छे से कूट लीजिये।
Note: सावधान रहें कि इसे मिक्सर (Mixer) में न पीसें।
अब इसे एक सीसे (glass) के Jar में भरले।
*यदि आपके रसोई में बहुत सारे प्लास्टिक कंटेनर हैं, तो आपके थायरॉयड हार्मोन को बनाए रखना बहुत मुश्किल है। ग्लास कंटेनर (glass container) रखना हमेशा अच्छा होता है।

Coriander Seed_Thyroid Treatment

अब इलाज के लिए हमे यह कूटे हुए धनिये के बीज इस्तमाल करने है

  1. रात को 1 टेबल स्पून धनिया के बीज को एक गिलास पानी में भिगो दें।
  2. फिर सुबह उस पानी को तब तक उबालें जब तक कि आधा पानी न रह जाए।
  3. पानी को ठंडा होने दें और आप इसे पी सकते हैं
  4. नाश्ते से 30 मिनट पहले लें।

इसके ओर भी अनेको फायदे है – पाचन में सुधार, कोलेस्ट्रॉल कम करना, सूजन का इलाज, मुंह के छाले और मुँहासे को साफ करने में मदद करता है।

2. “प्याज” या “अखरोट” के तेल से अपनी गर्दन की मालिश करें।

लाल प्याज़

आपने सुना होगा प्‍याज को मोजे में रखने से आपका शरीर डिटॉक्‍स होता है और आप बीमारियों से बचे रहते हैं। इसी तरह गर्दन पर थायराइड ग्‍लैंड के आस-पास इसे रगड़ने से थायराइड को कंट्रोल (Thyroid Treatment) किया जाता है।

करने की विधि:

  • इस उपचार को करने के लिए आपको एक लाल प्‍याज की जरूरत होती है।
  • प्‍याज को लेकर, इसे दो हिस्‍सों में काट लें
  • फिर इसे गर्दन पे, थायरॉइड ग्‍लैंड के आस-पास क्‍लोक वाइज मसाज करें
  • मसाज करने के बाद गर्दन को धोएं नहीं, बल्कि रातभर के लिए ऐसे की छोड़ दें।
  • प्‍याज का रस अपना काम करता रहेगा।

अख़रोट तेल (Walnut Oil)

आयुर्वेदिक में, एक तेल है जिसे थायराइड के इलाज के लिए उच्च महत्व दिया जाता है। यह है आखरोट तेलम, यानी कोल्ड प्रेस अख़रोट तेल (cold pressed walnut oil)

करने की विधि:

  • रात को सोने से पहले 2 – 6 बुँदे इस तेल की हाथो में ले।
  • फिर इसे गर्दन पे, थायरॉइड ग्‍लैंड के आस-पास क्‍लोक मसाज करें।
  • मसाज करने के बाद गर्दन को धोएं नहीं, बल्कि रातभर के लिए ऐसे की छोड़ दें।

आप असानी से तेल ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं। आपकी सुविधा के लिए, यहाँ लिंक दिया हुआ है। मैंने अपनी मम्मी के लिए भी यही से आर्डर किया था। Order Online here.

No To Pills! No to Allopathy!

दोस्तों, एक बात जान लो और गांठ बांधलो!

गोलियाँ समाधान नहीं हैं और वे कभी भी थायराइड की समस्या को ठीक नहीं करते हैं। (doesn’t treat thyroid)जब तक आप इसे लेते हैं, तब तक थायराइड नियंत्रण में रहेगा।

यदि आपको विश्वास नहीं, तो आप अपने डॉक्टर से बस यह 2 सवाल पूछे:

  1. कि आप जो अभी दवाई ले रहे है क्या उससे थायराइड की समस्या ख़तम होजायेगी? और
  2. क्या दवाई नियमित रूप से लेते रहने पर, इनका dosage कम होजायेगा ?

इन बातो के जवाब ने मुझे प्रेरित किया – थाइरोइड समस्या को स्थायी रूप से कैसे ठीक किया जाये।
ऊपर दिए गए उपचार मेरी माँ पिछले एक साल से कर रही है और आज उनका TSH value = 4.24 ulU mL है। मैंने उनकी रिपोर्ट की तस्वीर यहाँ आप लोगो के लिए लगायी है।

ThyroidReport_After treatement

तो क्यों न हम थायराइड की इस समस्या को स्थायी रूप से ठीक करें और बिना दवा के जीवन जिएं, Thyroid Treatment, Say No to Pills!
कृपा कर अपने दोस्तों, रिश्तेदारो, सगे-सम्बंधी के साथ भी इसे share करें और अपने सवाल या feedback जरूर दें।

जय हिन्द!

आपका बेटा, भाई, दोस्त –
Jasveer Singh


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18 thoughts on “Thyroid Treatment, Say No to Pills – Part 2”

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