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इस आर्टिकल में आज हम बच्चों के बारे में बात कर रहे है, आप सभी ये बात जानते है कि बच्चे एक मिट्टी के बर्तन की तरह होते है, उनको जिस आकार में ढाला जाए वे उसी आकार में ढल जाते है।
बच्चों का आत्मविश्वास उनके व्यक्तिगत विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह उन्हें सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचने में मदद करता है और उन्हें खुद के स्किल्स पर गर्व महसूस करने में सहायक होता है।
अगर बच्चे में आत्मविश्वास है तो वह कोई भी मुश्किल काम आसानी से कर लेगा, या फिर उस मुश्किल काम को करने की एक बार कोशिश जरूर करेगा, जो की बहुत ही जरूरी है।
"काम मुश्किल है, मुझसे नहीं होगा" यह कम आत्मविश्वास की निशानी है और बच्चों में इसका होना अच्छी बात नहीं है।
एक समझदार माता पिता होने के नाते हमे अपने बच्चे के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए। बच्चे की आत्मविश्वास बढ़ाने के कुछ सरल और प्रभावी तरीके निम्नलिखित हैं:
1. प्रशंसा और प्रोत्साहन
अपने बच्चे को उनकी प्रगति के लिए सदैव प्रशंसा दें। उन्हें उनकी मेहनत की प्रशंसा करने में मदद करें और उन्हें समझाएं कि वे हमेशा अच्छा कर सकते हैं। इससे उनकी मोटिवेशन बढ़ेगी और उनका आत्मविश्वास मजबूत होगा। अगर बच्चा किसी समय कोई गलती कर भी लेता है तो उसे डाटने के बजाये आपको उसको उसकी गलती समझानी चाहिए और सही दिशा भी दिखानी चाहिए। इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वो अपने काम में सफल होगा।
2. संवाद कौशल
अपने बच्चे के साथ बातचीत करते समय ध्यान दें कि आप उनकी बातें सुनते हैं और उनकी राय का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं। उन्हें आत्मसमर्पण की भावना होगी कि उनकी बातें मायने रखती हैं और वे महत्वपूर्ण हैं। बच्चों को हर समय टोकाटाकी न करे, इससे वह आने वाले समय में अपनी बात कहने में संकोच करेगा।
3. सकारात्मक सोच
बच्चों को सिखाएं कि सकारात्मक सोचने से कैसे उनका आत्मविश्वास बढ़ सकता है। उन्हें यह सिखाएं कि कोई भी मुश्किलात आ सकती हैं, लेकिन उन्हें सकारात्मक तरीके से देखने से समस्याओं का समाधान ढूँढने में मदद मिलती है।
4. काम के मौकों का सही तरीके से उपयोग
बच्चे को समझाएं कि हर नई स्थिति का उपयोग करने का एक अवसर होता है। उन्हें काम के मौकों का सही तरीके से उपयोग करने की कला सिखाएं ताकि उनका आत्मविश्वास बढ़ सके।
5. उनके कौशलों की पहचान
बच्चों के रुचिकर क्षेत्रों को पहचानने में मदद करें और उन्हें वहाँ महारत हासिल करने का अवसर दें। जब वे अपने कौशलों में महारत हासिल करते हैं, तो उनका आत्मविश्वास स्वतः ही बढ़ता है।
6. असफलता का संघर्ष
बच्चों को सिखाएं कि असफलता सिर्फ एक कदम पिछे जाने का मतलब नहीं है, बल्कि वे सीखने और सुधारने का एक मौका है। उन्हें यह समझाएं कि विफलता के बावजूद भी वे मेहनत और समर्पण से आगे बढ़ सकते हैं। उनको समझाना चाहिए की जीवन में बहुत तरह के उतार चढ़ाव आते है और उनसे घबराना नहीं चाहिए।
7. स्वास्थ्य देखभाल
बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। उनके स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए उन्हें सही खानपान, पर्याप्त नींद, और व्यायाम की आदतें दिलाएं। एक स्वस्थ शारीर और मन उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देते हैं।
8. सहायता और मार्गदर्शन
अपने बच्चे को समझाएं कि उन्हें किसी भी समय आपकी सहायता और मार्गदर्शन मिलेगा। उन्हें यह भी सिखाएं कि सहायता मांगने में कोई शरम की बात नहीं है और यह उनके विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
9. स्वाधीनता और जिम्मेदारी
बच्चों को जिम्मेदारी की भावना कैसे विकसित करनी है, यह सिखाएं। उन्हें अपने कार्यों के लिए स्वायत्तता देने के साथ-साथ उन्हें उनके कार्यों की जिम्मेदारी लेने की भी सीख दें।
10. प्रेरणा और उदाहरण
आप स्वयं अपने बच्चे के लिए एक प्रेरणा स्रोत हो सकते हैं। आपके उदाहरण से वे सीख सकते हैं कि कैसे संघर्ष करने और समस्याओं का समाधान ढूँढने का सही तरीका होता है।
बच्चों के आत्मविश्वास का विकास करना माता-पिता की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है। सकारात्मक प्रशंसा, संवाद कौशल, सकारात्मक सोच, और काम के मौकों का सही तरीके से उपयोग इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम हैं। आपकी सहायता और प्रेरणा से, आपके बच्चे आत्मविश्वास से भरपूर होंगे और सफल जीवन की ओर बढ़ेंगे।
धन्यवाद 🙏
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