हमारा भारत योग का जन्म स्थान है, इसके बावजूद हमारे अधिकतर स्कूलों में बच्चों को योग (Yoga for Kids) नहीं सिखाया जाता।
नीचे दिये गये सवालों के जवाब के लिए इस ब्लॉग को पूरा पढ़ें और अपने अनुभव शेयर करें |
• क्या आपका बच्चा अच्छे से खाना नहीं खाता या भूख ही नहीं लगती ?
• क्या आपके बच्चे को अक्सर सर्दी-ज़ुखाम रहता है?
• क्या आपका बच्चा पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता ?
• क्या आपको लगता है, कि आजकल बच्चों पर अधिक दबाव है ? पढाई के साथ साथ अनेक प्रतियोगिताओं में भी अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव?
इन सब का हल Tablets, दवाइयाँ या Injection बिल्कुल नहीं है।
बल्कि योग है, जो बच्चों के शारीरिक और भावनात्मक कल्याण (physical & emotional benefits) का पोषण करने में मदद करता है। (क्या है योग? और इसका जन्म कहाँ हुआ?)
Question: बच्चों को किस उम्र में योग सीखना चाहिए? |
Answer: 5 साल की उम्र से, बच्चों को योग सिखाया जाना चाहिए। (1) |
Table of Contents
Benefits of Yoga for Kids
- योग आसन जैसे “अधोमुख शवासन, शिशुआसन “, Immunity system के निर्माण में मदद करते है, ताकि बच्चे रोगों और दवाइयों से बचे रहें |
- “सिंहासन” और “कपालभाति” जैसे प्राणायाम दोनों को साथ में किया जाये तो- बच्चों में सर्दी-ज़ुखाम को आसानी से रोक सकते है।
- “भुजंगासन”, “पवनमुक्तासन ” जैसे कई आसन – बच्चों की भूख विकसित करने और अच्छी तरह से खाने में मदद करते है।
- “वज्रासन”, “पवनमुक्तासन” और “त्रिकोणासन” करने पर मोटापे से लड़ने में मदद मिलती है।
- “वृक्ष-आसन” बच्चों को अच्छी height देने में लाभदायक है।
- योग बच्चों को बेहतर एकाग्रता (concentration) और स्मृति (memory) प्रदान करता है।
- योग आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ाकर, बच्चों को अच्छा अनुभव कराता है। (2)
Question: बच्चों को योग कैसे सिखायें ? |
Answer: बच्चों के लिए योग, बड़े लोगो के योग से अलग है। इसे मज़े के साथ कराना है, यही “कुंजी” है। |
बच्चों को योग सिखाने के लिए, कभी Games या role-play का प्रयोग कर सकते है। |
उदाहरण के लिए- उन्हें एक जंगल की कहानी सुनाओ। उन्हें दिखाओ कि शेर कैसे दहाड़ते हैं और ऐसे “सिंहासन” आसन सिखा सकते हैं। |
**आपको भी अपनी creative और innovative skills पर काम करना होगा 🙂 (3) (4) |
6 Basic Yoga Poses for Kids
1. ताड़ासन (Mountain Pose)
यह ऊंचाई बढ़ाने के लिए एक सरल और शक्तिशाली योग है। यह पैर की मांसपेशियों के साथ-साथ, Flat Feet (फ्लैट फ़ीट) को भी ठीक करता है।
यह एक बहुत महत्वपूर्ण योग है, जो कि बाकी योग की नींव है। (5)
कैसे करे (जैसे निचे चित्र में दर्शाया गया है) |
सीधे खड़े हो जाएँ। |
एक बार अपनी एड़ी उठायें और फिर नीचे रखते हुए अपने पैरों की उँगलियाँ उठायें | धीरे से उँगलियों और एड़ी को आगे पीछे करते रहें | (1 -2 मिनट तक करें) | |
एक मिनट के लिए अपने कंधों को पीछे और नीचे की ओर घुमाएं। |
2. उत्कटासन (Chair Pose)
बच्चों के लिए एक आसान योग है।
यह मांसपेशियों, कंधे-छाती को मजबूत और पेट को विकसित करता है। साँस लेने में सुधार करता है और Flat Feet भी ठीक करता है। (6)
कैसे करे (जैसे ऊपर चित्र में दर्शाया गया है) |
सीधे खड़े हो जाएँ। |
साँस छोड़ें और अपने घुटनों को मोड़ें जैसे कि आप एक कुर्सी पर बैठे हो। |
अपनी हथेलियों को सिर के ऊपर ले जाएँ, और हथेलियों को एक दूसरे के सामने रखें। इसे 30 सेकंड तक करे। |
3. बालासन (Child’s Pose)
यह आसन बड़े भी कर सकते हैं, यह बच्चों को “तनाव” मुक्त करने में मदद करता है।(7)
यह पीठ के निचले हिस्से, कूल्हों और जांघों की मांसपेशियों को भी मजबूत करता है। (8)
कैसे करें (जैसे ऊपर चित्र में दर्शाया गया है) |
ज़मीन पर घुटने टेकें और अपनी एड़ी पर बैठें। |
साँस छोड़ें और अपनी छाती को नीचे लाएं और अपनी बाहों को आगे की तरफ फैलाएं। |
गहरी सांस लेते रहें। |
इस मुद्रा को 1 से 5 मिनट तक करे। |
4. वृक्ष-आसाना (Tree Pose)
अगर आपका बच्चा पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहा है और गुस्सा भी बहुत आता है, तो यह आसन लाभदायक हो सकता है। यह बच्चों के पैरों को मजबुत करता है और एकाग्रता बढ़ाता है। (9)
कैसे करे (जैसे चित्र में दर्शाया गया है) |
सीधे खड़े हो जाएँ। और दाहिना (right) पैर उठा कर, बाएं (left) पैर के घुटने के ऊपर या निचे लगा दे। (ध्यान रहे, घुटने के ऊपरी या निचले हिस्से पर ही रखें) |
अपने दोनों हाथो को नमस्कार की मुद्रा में, अपनी छाती के पास रखे और 8 -10 बार सांस लें। |
धीरे से अपनी नमस्कार की मुद्रा को अपने सिर के ऊपर उठाएं और अपने सिर को ऊपर कर, अपने हाथों की ओर देखें। |
इस मुद्रा में फिर से 8 -10 बार सांस ले। हाथो और पैरो को नीचे लाएं। |
यही अब दूसरे पैर के साथ करें। |
5. चंद्रासन (Moon Pose)
यह पूरे शरीर को ऊर्जावान (energetic) बनाता है, मन को शांत, शरीर को ताकतवर और संतुलित बनता है। बच्चों की side की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
कैसे करे (जैसे नीचे चित्र में दर्शाया गया है) |
सीधे खड़े हो जाएँ। सांस लें, और नमस्कार की मुद्रा में अपने सिर के ऊपर अपना हाथ ले जाएँ। इसे base position बोलते हैं। |
सांस छोड़ें, और धीरे-धीरे अपने शरीर को एक तरफ झुका लें। कुछ सेकंड के लिए इसे रोके रखे। |
सांस लें, और base position में वापिस आ जाएँ। |
अब इसे दूसरी तरफ करे। |
6. शवासन (Corpse Pose)
यह मुद्रा, शरीर को सूचना देने की प्रक्रिया है| यह आसन “शरीर, मन और आत्मा” को फिर से ताज़ा और जीवंत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। (10)
कैसे करें (जैसे ऊपर चित्र में दर्शाया गया है) |
अपनी पीठ के बल लेट जाएं और अपने पैरों को थोड़ा सा खोल लें। |
अपनी हथेलियों को खोलकर अपने हाथों को अपने sides में रखे। |
धीरे धीरे सांस ले, और 5-10 मिनट तक ऐसे ही लेटे रहें। |
Question: कौन सा योग बच्चों को नहीं करना चहिये (11)? Answer: बच्चों को कभी भी "पदमासन" नहीं सिखाना चहिये। क्योकि हड्डियां अभी बढ़ रही होती हैें और कोमल भी होती है- इस आसन से कंकाल प्रणाली (skeletal system) पर तनाव पड़ता हैं, जिससे उनकी हड्डियां झुक सकती हैं।
आवश्यक सावधानियों के साथ,और योग गुरु की देख रेख में, योग “मन और शरीर” को भावनात्मक और शारीरिक संतुलन प्रदान करने के लिए सही साधन है। इसे सभी उम्र के बच्चों के लिए बहुत अच्छा वरदान माना गया है।
योग सबसे अच्छा उपहार है, जो हर एक माता-पिता अपने बच्चों को दे सकते हैं।
Good for kids
Wow.. Great learning for parents and children too. Keep it up.
Very nice
शहरी वातावरण में शुद्ध हवा फेफड़ों तक तभी पहुंचेगी जब बच्चे योग में रूचि लेंगे और आपने जो बताया है कि खेल खेल में सीख सकते हैं बिल्कुल वाजिब तरीका है
आपने सही बताया है इस महामारी में outdoor बंद सा हो गया है बच्चों को योग घर में शूरूआत करवाएं दे
आपके जागरूक करने वाले उदाहरण बहुत प्रभावित करतें हैं ,मां की जिम्मेदारी ज्यादा बनती है अगर घर से काम कर रही है तो
इस सीरीज को बार-बार भेजते रहना हम सभी आलकशी परवर्ती से बच्चों को बचा सकते हैं
धन्यवाद *फीट हमारा भारत*
Thank you Jairraj Ji for those words 🙂 एक माँ का शिक्षण पिता के शिक्षण से बहुत बेहतर होता है। लेकिन आज के समय में, माता-पिता दोनों काम कर रहे हैं। इसलिए आदर्श रूप से अगर पिता के पास समय है तो उसे अपने बच्चों को पढ़ाने में भी समय देना चाहिए। 🙂
Good information , really useful keep it up ,thanks
Thanks you Ashish Ji!
बच्चों को अभिभावकों इस महामारी के समय सीखाना चाहिए
सही बताया है योग से कोविड की बीमारी से
आक्सीजन की कमी नहीं होगीबच्चों में संस्कार बढ़ेंगे जैसे हमारा बचपन याद आ गया
पेड़ पौधों प्रकृति के संरक्षण की तरफ ध्यान जाएगा
घर में मोबाइल से पीछा छुडेगा
आप योग लेखन को होम वर्क समझ कर लगे रहना कुछ पैरेंट्स जरूर फायदा उठाएंग
Hi Amit ji, Thanks for highlighting this point “Mobile se bhi picha chutega”..aur jo mobile se side effects hote hai, Jaisa Eye-sight issues, hearing issue, digestive system etc, all this will be corrected & fixed by Yoga.
Excellent, our children do need yoga to stay healthy!
Thanks Sohan ji. I remember when looking for schools for my children, none of the school, mentioned about Yoga in their curriculum. I think as a parent if we ask Schools, they will be forced to have Yoga, later or sooner.
Very much knowledge sharing article. Actually yoga is part of our Sanatan dharma but we forgot it. You are doing very hard work and doing good work for society.
Suggest:- please forward this article to haryan education minister as a advice to implement child yoga in schools.
Great job ,you are true patriotic person and sharing good knowledge to society.
Thank You Karmabir Ji 🙂 You suggestion is very well taken.
Anubhav se aapne jo likha h yeh samya ki jarurat h sa Or hun to pahli ksksha m school m lenge par yog to karne se hoga tabhi sahyog banega
Thanks Sunil Ji 🙂
Really this is knowledge sharing
what at this epidemic time is required to teach self cure ,control anxiety about disease, side effects fear among kids,
appreciable keep writing such blocks
Truly said what postures a little boy should start and that too on play mode ,not as pressure from peers and parents
Your own experience u have written
Young little champs seen in pictures are enjoying yoga
Will be beneficial to make balance in study and outer world
Involve female members,kids and if wife if working from home
Thanks again
Thanks Mahabir ji 🙂 my children have yet not turned 5 yr. But we do a bit of Yoga to keep them familiar. When they turn 5, we will make this regularly in their daily habit.
Aapke sujhav bilkul samey anukul h ghar par sabhi band h samya ka saduupyog yog se achha kya hoga chhote bachon ko yog ki adat dal do sanskar apne aap santulit dimag m paeda ho jayenge dhanyabad mujhe prerna mili
Thank you Monu ji 🙂 aajkal bahut sare Online classes chalu hai yoga for Kids ki.. Wo classes bahut intresting bhi hoti h, bacho ko bahut khuch sikhne ko milta h…
Great Work Jasveer👌👌👌
Anokhi ko sikhungi jab wo badi ho jayegi. Vihaan is so good in yoga.Superb.
👏👏 Rihaan n Vihaan is also looking smart in yoga postures…
Very good . Benefitial for kids.
Great information Jasveer, brilliantly written.
Thanks Yugantika Ji 🙂 . Good people liking it & forwarding to their known one’s, so the healthiness can be spread along.
Amazing! Its genuinely amazing post, I have got much clear idea concerning from this paragraph. Deny Wadsworth Corell
Enjoyed every bit of your article post. Really looking forward to read more. Really Cool. Jolynn Adair Mintun
Bahut khoob. Very useful and valid tips for children. This is something that generally gets ingnored not by choice but by chance. Keep this kind of good information coming and motivating us all through your blogs.