🌏 विकिपीडिया के अनुसार, पीपल एक ऐसा वृक्ष है, जो भारतीय उपमहाद्वीप में उत्पन्न हुआ। इसका महत्व विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों में बहुत गहरा है, और यह हजारों वर्षों से अपने औषधीय गुणों के लिए पूजनीय है। इस उल्लेखनीय वृक्ष को ज्ञान और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। इसके लाभ शारीरिक स्वास्थ्य से लेकर मानसिक स्वास्थ्य तक बहुत हैं। आइए गहराई से जानें।
अकेला ऐसा पौधा जो दिन और रात दोनो समय आक्सीजन देता है।
💛 मजबूत दिल
पीपल के ताजा 6-7 पत्ते लेकर 400 ग्राम पानी मे डालकर 100 ग्राम रहने तक उबाले,ठंडा होने पर पिए ब्रर्तन स्टील और एल्युमिनियम का नहीं हो, आपका ह्रदय एक ही दिन में ठीक होना शुरू हो जाएगा
💛 अपने लीवर को ठीक करें
पीपल के पत्तो पर भोजन करे, लीवर ठीक हो जाता है
💛 दमा ठीक होजायेगा
पीपल के सूखे पत्तों का पाउडर बनाकर आधा चम्मच गुड़ में मिलाकर सुबह दोपहर शाम खायेँ, किंतना भी पुराना दमा ठीक कर देता है
💛 पीलिया में आराम
पीपल के ताजा 4-5 पत्ते लेकर पीसकर पानी मे मिलाकर पिलाये,1- 2 बार मे ही पीलिया में आराम देना शुरू कर देता है
💛 घाव भरे
पीपल की छाल को गंगाजल में घिसकर घाव में लगाये तुरंत आराम देता है
💛 नशेड़ी का नशा छूटे
पीपल की छाल में गुड़ मिलाकर दिन में 5-6 बार चूसे, कोई भी नशा छूट जाता है
💛 काढ़ा पिए और अंदुरनी ताकत बढ़ाये
पीपल के पत्तों का काढ़ा पिये, फेफड़ो, दिल ,अमाशय और लीवर के सभी रोग ठीक कर देता है
💛 पथरी तोड़े
पीपल के पत्तों का काढ़ा बनाकर पिये, किडनी के रोग ठीक कर देता है व पथरी को तोड़कर बाहर करता है
💛 डिप्रेशन ख़तम
किंतना भी डिप्रेशन हो, पीपल के पेड़ के नीचे जाकर रोज 30 मिनट बैठिए डिप्रेशन खत्म कर देता है
💛 महिलाओ के लिए लाभकारी
पीपल की फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर गुड़ मिलाकर दिन में 2 बार ले, महिलाओ के गर्भशाय और मासिक समय के सभी रोग ठीक करता है
💛 बच्चो का तुतलाना ठीक
पीपल का फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर गुड़ मिलाकर दिन में 2 बार ले, बच्चो का तुतलाना ठीक कर देता है और दिमाग बहुत तेज करता है
💛 शरीर में विश्राम और शांति
जिन बच्चो में हाइपर एक्टिविटी होती है, जो बच्चे दिनभर रातभर दौड़ते भागते है सोते कम है, पीपल के पेड़ के नीचे बैठाइए सब ठीक कर देता है
💛 रक्त का अधिक बहना बंद करे
शरीर मे कही से भी खून आये, महिलाओ को मासिक समय मे रक्त अधिक आता हो, बाबासीर में रक्त आता हो, दांत निकलवाने पर रक्त आये ,चोट लग जाये, 8-10 पत्ते पीसकर,छानकर पी जाएं, तुंरत रक्त का बहना बंद कर देता है
💛 सूजन करे ख़तम
शरीर मे कही भी सूजन हो, दर्द हो, पीपल के पत्तों को गर्म करके बांध दे, ठीक हो जायेगे।
धन्यवाद 🙏
दर्शन आश्रम
गांव बुढेडा
गुडगांव
- Phytopharmacology of Ficus religiosa by National Library of Medicine
- Prasad PV, Subhakthe PK, Narayana A, Rao MM. Medico historical study of “asvattha” (sacred fig tree) Bull Indian Inst Hist Med Hyderabad. 2006;36:1–20. [PubMed] [Google Scholar]
- Phytochemistry, Pharmacological Properties, and Recent Applications of Ficus benghalensis and Ficus religiosa
- Traditional uses, phytochemistry and pharmacology of Ficus religiosa: a review
- Mechanistic Insights into the Neuroprotective Potential of Sacred Ficus Trees
- Traditional Indian Medicines Used for the Management of Diabetes Mellitus
- Ficus religiosa: A wholesome medicinal tree
Guru ji all informations are beneficial for everyone, Hame es information ko dusro ko send karna h