दोस्तों, आज मैं आपके साथ स्वस्थ जीवन का रहस्य (Secret of Healthy life) शेयर करूँगा।
हम जब भी कालिदास की कहानी सुनते है, जिसमें, वह उसी टहनी को काट देते हैं जिस पर वह खुद बैठे होते हैं।
उसे मूर्ख कह कर उसकी खिल्ली उड़ाते हैं। है ना ?
कहीं हम कालिदास तो नहीं?
हम सब ना जाने किसके पीछे भागे जा रहे हैं, की खाने-पीने का समय नहीं, सोने -जागने का पता नहीं। कई लोग इस बात से चिंतित हैं की Saving को दोगुना या तिगुना कैसा बढ़ायें, खुद का घर या गाड़ी खरीदने की चिंता, शादी की चिंता (जब ना हो तब भी और अगर होजाये तब तो है ही 🙂 ) आदि।
ज़नाब ऐसी Savings (बचत) का, घर का क्या कीजियेगा जब स्वयं अस्पताल में बिस्तर पर लेटे होंगे और न जाने कितनी बोतल injection के थ्रू शरीर में जा रही होंगी।
हम सब जाने-अनजाने अपने स्वास्थ्य (Health) को ही नष्ट कर रहे हैं। हमारा जीवन, इसी टहनी (स्वास्थ) पर टिका है, जिसको हम काटे जा रहे है। इस टहनी (स्वास्थ) को मजबूत रखना बहुत जरुरी है।
मैं आपका दैनिक कार्यक्रम बदलने के लिए नहीं कहूंगा। बल्कि अपने schedule upgrade करने के लिए, निम्नलिखित 5 secrets of healthy life, शेयर करूँगा:
1. शहद (Honey) का सेवन
रक्ताल्पता (Anemia) यह भारत में पाई जाने वाली एक आम बीमारी है।
महिलाओं को इस बीमारी के होने का खतरा अधिक होता है।
खून में आयरन (Iron) की कमी, से एनीमिया का जन्म होता है, जो शरीर में अनेकों बीमारियों का कारण बनता है जैसे सिरदर्द, दर्द- आपकी हड्डियों, छाती, पेट और जोड़ों सहित, थकान या कमजोरी, सांस लेने में कठिनाई, आदि।
इन बीमारियों से बचने और शरीर की देखभाल के लिए हमें रोजाना गुनगुने पानी में शहद मिलाकर पीना चाहिए। (1)
विश्वास करें, कुछ ही दिनों में आप महसूस करना शुरू कर देंगे (2):
- आपके शरीर में ऊर्जा (energy) का स्तर बढ़ रहा है।
- थकान और कमजोरी भी कम लगने लगेगी।
- आपकी सौन्दर्य प्रणाली (Rejuvenation system) भी एक्टिव (Active) हो जायेगी। आपका चेहरा दमक उठेगा और झुर्रियों से भी मुक्ति मिलेगी।
शहद लेने का तरीका:
मात्रा | किस के साथ | समय | सेवन कैसे करें |
1-2 चम्मच | गुन-गुने पानी के साथ | सुबह खली पेट लिया गया सबसे ज्यादा फायदेमंद। | सुबह सबसे पहले एक गिलास पानी गुन-गुना करें। |
वैसे आप पूरे दिन में कभी भी इसे ले सकते हैं। | अब इसमें शहद की बताई मात्रा मिला लें। | ||
और अब इसका सेवन करें। |
ध्यान रहे !
शहद गरम या उबलते पानी में ना ले, क्योकि ये विषैला (Poisonous) या खतरनाक हो सकता है (3)।
आजकल लोग शहद का इस्तेमाल, कई गरम चीज़ों पे करते है जैसे Honey Cake, गरम Soup आदि। ऐसे भोजन से बचिए।
2. भोजन -कब और कितना
क्या खायें ?
जब भी खाना खायें तो ध्यान दे की खाया हुआ खाना कितनी जल्दी Digest (पचा) हुआ।
आपको यह एहसास होना जरुरी है कि आपका पेट खाना खाने के बाद, कब खाली या हल्का लगने लगा।
अगर 3 घंटे में आपको पेट हल्का लगने लगे, खाया हुआ खाना पचा हुआ लगे तो यही वह भोजन है जिसको आपका पाचन तंत्र कुशलता से संभाल सकता है।
जरुरी नहीं की यह भोजन सर्वोत्तम हो, परन्तु आपका शरीर इस भोजन को पचा सकता है।
तो हमे ऐसा भोजन ही खाना है।
कैसे पता लगाएं, की भोजन अभी भी पेट में है। (4)
अगर कोई भी खायी हुई चीज़ आपके पेट में 3 घंटे से ज्यादा समय तक पेट में महसूह हो रही है तो इसका अर्थ है की वह भोजन खाना बंद या कम करें।
यह वह भोजन है, जो कब्ज़, दस्त, पेट की गैस, बवासीर आदि जैसी बीमारियों की और ले जाता है।
दूसरा भोजन कब करें ?
आजकल जल्दि जल्दि भोजन करने का ट्रैंड चालू है 🙂
अगर दूसरे भोजन में 5 -6 घंटे का समय है और बीच में आप कोई भी छोटी-मोटी चीज़ नहीं खा रहे हो तो, यक़ीनन ये आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity system) बनाता है।
यह समय का अंतराल आपके शरीर की सफाई चालू कर देगा जो आपको बहुत बीमारियों से बचाएगा, और Energy लेवल भी उच्चतम रखेगा।
अगर आपकी आयु 30 वर्ष से ज्यादा है, तो 2 बार भोजन प्रयाप्त है। एक सुबह (9 -10 Am) और एक शाम (6 -7 Pm) को। (5)
ध्यान रहे !
शाम को खाना खाने के बाद और सोने से पहले, कम से कम 3-4 घंटे का अंतर (Gap) होना चाहिए।
अगर कुछ शारीरिक गतिविधि है, तो यह बहुत अच्छा है। जैसे ब्रिस्क वॉक (walking), बैडमिंटन खेल, इत्यादि।
3. जल जीवन (For Healthy Life, value water)
क्या आपको मालुम है, हमारा दिमाग-75% पानी, रक्त- 83% पानी, हड्डियों में 22 % और शरीर 60% तक पानी से बना है। इसमें कोई दोराह नहीं की, पानी का बड़ा महत्व है।
जिस तरह से हम पानी पीते हैं, वह हमारे स्वास्थ्य (healthy life) का फैसला करता है।
पानी अक्सर 4 डिग्री के variation (कम या ज्यादा) में पीना चाहिए।
अगर हमारे शरीर का तापमान 36 डिग्री सेंटीग्रेड है। तो, हमें या तो 40 डिग्री या 32 डिग्री का पानी पीना चाहिए।
पानी हमेशा बैठकर पीना चाहिए। ऐसे पानी पीने से शरीर में कुशलता से absorb और वितरण (distribution) में मदद मिलती है तथा घुटने के दर्द से भी छुटकारा मिलता है।
भोजन और पानी के सेवन के बीच लगभग 45 मिनट का अंतर रखना फायदेमंद है। यदि भोजन के तुरंत बाद किसी को प्यास लगी हो, तो आप छाछ, लस्सी या दूध का सेवन कर सकते है। यह पाचन में भी सहायता करेगा।
आयुर्वेद के अनुसार, भोजन के बीच में थोड़ा बहुत पानी पीया जा सकता है।
परन्तु खाना खाने से पहले या बाद में नहीं। इसके बुरे प्रभाव होते हैं:
खाने से पहले पीने पर पाचन कमज़ोर होता है। और
खाने के बाद पीना जहर के समान है, यह लोगों को मोटा (Obese) बनाता है। (6)
ध्यान रहे !
हमेशा गर्म पानी या कमरे के तापमान का पानी पीना चाहिए और बर्फ का ठंडा पानी नहीं।
लंबे समय तक ठंडा पानी पीने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होंगी।
यह पाचन (Digestion) को परेशान करेगा और गंभीर कब्ज, दिल के रोग, गुर्दे की विफलता (Kidney failure) का कारण बन सकता है।
4. ध्यान यात्रा (Meditation is key for Healthy Life)
आज बहुत लोग तनावग्रस्त है। और तनाव हमारे जीवन की सबसे बड़ी समस्या बनकर हमारे सामने खड़ा है।
एक अध्ययन के अनुसार, 85% लोग तनावग्रस्त हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक तनाव होता है।
दोस्तों, हमने इस विषय पर एक ब्लॉग लिखा था, How to Reduce Stress: 5 tips for Permanent Solution. कृप्या इसे जरूर पढ़ें।
अगर हम सब में एक बात समान है, तो वह है जीवन में खुश और संतुष्ट रहने की ललक।
चाहे एक रोता हुआ बच्चा हो, एक teenager हो, या एक जिम्मेदार पारिवारिक व्यक्ति हो, हम सभी को कुछ ऐसा चाहिए जो हमें सुकून दे।
लेकिन सवाल यह है कि क्या हम सही जगह पर खुशी की तलाश कर रहे हैं ?
खुशी का असली स्रोत “विचारों की स्पष्टता” (clarity of thoughts) में है। बाहरी स्तिथि केवल तभी तक आनंददायक हो सकती हैं जब तक हम अंदर से खुश हैं।
बुद्ध के अनुसार, ध्यान मन को “अतीत के चिंतन से या भविष्य की बेचैनी से बचने का प्रशिक्षण (Training) देता है”। यह मन को ‘अभी (Now)’ में व्यवस्थित करने देता है और हमें वर्तमान की सुंदरता को देखने की अनुमति देता है।
सभी वैज्ञानिक अनुसंधानो (Scientific research) में ध्यान को सबसे उपयोगि और महत्वपूर्ण बताया गया है। आजकल इसकी लोकप्रियता का कारण भी इससे मिलने वाले अनेकों लाभ हैं।
कैसे करें:
- एक आरामदायक स्थिति में बैठें। आप कुर्सी पर भी बैठ सकते हैं।
- अपनी आँखें बंद करें और अपनी भौहों के बीच ध्यान केंद्रित करें।
- गहरी सांसें लेना शुरू करें और हर सांस को गिनें।
- इस प्रक्रिया के दौरान, शुरुआत में, आप विचारों की सुनामी महसूस करेंगे, लेकिन इसे बनाए रखें और इस पर अधिक ध्यान न दें। सिर्फ काउंटिंग पर ध्यान दें।
दोस्तों, हमने इस पर एक ब्लॉग लिखा था, How to Reduce Stress: 5 tips for Permanent Solution. कृपया इसे जरूर पढ़े।
Dhyana or Meditation In Hindu Tradition
Meditation: The What, Why, and How
How to Meditate
5. नींद – अधिक या कम सोने से बचें
नींद स्वस्थ जीवन (healthy life) के प्रमुख स्तंभों में से एक है। शास्त्रीय आयुर्वेद पाठ अष्टांग हृदयम्, के अनुसार –
“खुशी और दुःख, पोषण (अच्छी काया) और शून्यता, शक्ति और दुर्बलता, यौन कौशल और नपुंसकता, ज्ञान और अज्ञान, जीवन और मृत्यु – ये सब नींद पर निर्भर हैं”
विशेषज्ञ औसतन (average) 8 घंटे की नींद की सलाह देते हैं। अच्छी नींद सिर्फ कितने घंटे सोने को मिलते है पर निर्भर नहीं करते, पर किस समय मिलते है वो भी आवश्यक है –
यदि आप 10:00 बजे सोते हैं और सुबह 6:00 बजे उठते हैं, तो आपको आठ घंटे की नींद मिलती है।
यदि आधी रात को बिस्तर पर जाते हैं और सुबह 8:00 बजे उठते हैं, तो आपको आठ घंटे की नींद आती है। लेकिन दोनों नींद के समान गुण नहीं हैं। (7)
अच्छी नींद के लिए (8)
क्या करें | कैसे |
आदर्श रूप से (ideally), 9-10 Pm तक सोएं | यह इतना आसान नहीं होगा उन लोगो के लिए जिनको देर रात तक जागने की आदत है। कुछ साल पहले, मैं भी देर रात का उल्लू हुआ करता था।आप भी यह कर सकते है: 1. एक सप्ताह के लिए हर रात 30 मिनट पहले बिस्तर पर जाएं, 2. और फिर अगले सप्ताह एक और आधा घंटा पीछे धकेलें। उदाहरण के लिए, यदि आपको 12 बजे सोने की आदत है, तो पहले सप्ताह, 11:30 बजे बिस्तर पर जाएं। फिर अगले सप्ताह हर रात 11:00 बजे बिस्तर पर जाएं। फिर अगले सप्ताह 10:30, फिर 10:00, और इसी तरह, आप अपने लक्ष्य तक पहुंच जायेंगे। |
व्यायाम करें | नियमित रूप से हमे व्यायाम करना चाहिए, अध्यनों की माने तो जो व्यायाम करते हैं, वास्तव में, जल्दी से सो जाते हैं और नींद की गुणवत्ता में सुधार भी होता है। How to lose belly fat at home exercise; 10 best exercise |
आरामदायक कपड़े पहनें | सोते वक़्त Cotton के कपड़े अत्यधिक अच्छे होते है। |
“पैर की मालिश” करें | सोने से 10 मिनट पहले अपने पैरों के तलवे पर तेल (सरसों/नारियल) की मालिश करें। यह शरीर में acupressure का काम करता है, जो पेट को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है। |
Electronics बंद करें | सोने के कम से कम एक घंटे पहले अपने इलेक्ट्रॉनिक्स बंद करें। इसमें फोन, टीवी, टैबलेट और कंप्यूटर शामिल हैं। (9) एक वास्तविक पुस्तक उठाओ – boring पुस्तक मददगार होगी जल्दी नींद के लिए 🙂 |
Very well explained with detailed research. Good keep it up.👍👍👍
Excellent information 👍👍
Good tips.
Lovely article for day to day application
Thanku
Very helpful & Useful tips. Although i have started Honey water from last month only & i can feel the energy in my body..
Keep sharing tips for healthy life..
It’s really informative. Keep sharing healthy lifestyle tips 😊
Amazing , good information , thanks for sharing
Thanks for sharing ,
These are small tips but actually we ignore in daily life , thanks for sharing and reminding
Like , good information
And thanks
Very Informative & well explained , Please keep posted the useful tips .
Very informative
Thanks,
Very useful information thanks
Corona has given us a thought to rethink what we are doing with life and few of the intellectuals are using this as an opportunity to share their knowledge and experience with their friends and families to make it a smooth sail thanks a lot bro for giving us the better angle of living life …keep up the good work!!!
Thanks Nitin, indeed you are correct!. With Corona not everything is going wrong, with bad times comes great Opportunity. Corona came early this year, with a lot of fear, just hoping – we all realize the importance of our health, life & time. Last 4-5 month, time has taught every Individual, Society or Country more than what was difficult to understand from many years. So one of the many reason to be thankful to Corona 🙂
But hopefully our doctors, find a vaccine/cure for this soon.
Thanks
Jasveer
Superb keep it up and keep sharing more. 👍👍👍👍
Thanks Jitender, great to see young parents like you are liking such post 🙂 And once Parents are convinced about the importance of yoga, sooner or later, we could see this as a big selling point for most schools.
Great article. Simple words powerful message